Sunday, 17 December 2023 00:00
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अन्तोदय कार्ड धारक उपभोक्ता दीनानाथ का बिजली का कनेक्शन वर्ष 2017 में दुबौलिया ब्लॉक मुख्यालय पर लगे कैंप में सौभाग्य योजना के तहत निःशुल्क हुआ था, दीनानाथ के यहां एक पंखा और एक बल्ब है, जिसका बिजली बिल कनेक्शन लगने से अब तक लगभग 72 माह में रूपया 80,000/- से भी अधिक प्रतिमाह के दर से अब तक बिजली का बिल करीब 58 लाख रुपए आया है. हैरानी की बात यह है कि बिजली बिल ठीक करने के वजाय बिजली विभाग द्वारा अधिक बिल बकाया होने के कारण 6 माह पूर्व घर का कनेक्शन भी काट दिया था। अब मजदूर परेशान होकर बिजली विभाग के दफ्तरों का चक्कर काट रहा है। वहीं बिजली विभाग के अधिकारी उसकी एक नहीं सुन रहे है।
अक्सर अपने कारनामों से चर्चित रहने वाला उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन बिजली बिल के मामले में एक बार फिर चर्चा में है। यहां बिजली विभाग का अजब गजब मामला प्रकाश में आया है, एक मजदूर जिसके घर में सिर्फ एक फंखा और एक बल्ब जिसका बिल 58 लाख रुपए आया है। अब मजदूर परेशान होकर बिजली विभाग के दफ्तरों का चक्कर काट रहा है। वहीं बिजली विभाग ने अधिक बिल बकाया होने के कारण 6 माह पूर्व घर का कनेक्शन भी काट दिया था। वहीं बिजली विभाग के अधिकारी उसकी एक नहीं सुन रहे है।
80,000/- से भी अधिक प्रतिमाह के दर से अब तक बिजली का बिल
बिजली बिल कनेक्शन लगने से अब तक लगभग 72 माह में रूपया 80,000/- से भी अधिक प्रतिमाह के दर से अब तक बिजली का बिल करीब 58 लाख रुपए आया है. जो किसी भी दशा में सही नहीं माना जा सकता है।
घर का कनेक्शन कटने से मजदूर का पूरा परिवार रात के समय अंधेरे में रहने को मजबूर है, दीनानाथ दिहाड़ी मजदूरी कर के परिवार चलाता है। घर मे एक कमरा व एक बरामदा है, जिसमे सिर्फ एक पंखा, और तीन बल्ब लगे हैं, ऐसे में इतना बिल कैसे आ रहा है, समझ में नहीं आ रहा है।
दरअसल पूरा मामला पूरा मामला दुबौलिया ब्लॉक के चकमा गांव का है। जहां के अन्तोदय कार्ड धारक दीनानाथ का बिजली का बिल करीब 58 लाख रुपए आया है. दीनानाथ का बिजली का कनेक्शन वर्ष 2017 में दुबौलिया ब्लॉक मुख्यालय पर लगे कैंप में सौभाग्य योजना के तहत निःशुल्क हुआ था, एक वर्ष तक बिजली का बिल जमा किया, लेकिन अचानक बिल अधिक आने लगा, जिस के कारण बिल ठीक कराने के लिए चक्कर लगा रहा है, दिसम्बर माह में पीड़ित का बिल 58,40,551 रूपये आया है।
मजदूर का पूरा परिवार रात के समय अंधेरे में रहने को मजबूर है, दीनानाथ दिहाड़ी मजदूरी कर के परिवार चलाता है। घर मे एक कमरा व एक बरामदा है, जिसमे सिर्फ एक पंखा, और तीन बल्ब लगे हैं, ऐसे में इतना बिल कैसे आ रहा है, समझ में नहीं आ रहा है। विद्युत विभाग में अधिशासी अभियन्ता अंकुर अवस्थी ने बताया की जांच करा कर प्राथमिकता पर सही बिल उपलब्ध कराई जाएगी, संबंधित अधिकारियों को जांच का आदेश दिया गया है।