Tuesday, 28 November 2023 00:00
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एक रिपोर्ट - अविजित आनंद
करोड़ों रुपए खर्च करके बनाया गया विद्युत बिलिंग संबंधी समस्याओं एवं शिकायतों से हमेशा के लिए समाधान दिलाने तथा मीटर रीडर द्वारा की जा रही मनमानी रीडिंग और गलत बिलिंग संबंधी शिकायतों से बचाने के लिए उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने अपने सलाहकारों के सलाह पर उपभोक्ताओं के लिए ट्रस्ट बिलिंग की सुविधा देने की घोषणा करते हुए पिछले रविवार को ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने "सेल्फ बिल जनरेशन" नामक एप और वेबसाइट http://www.upenergy.in/ को लांच किया, जिसके मदद से यूपीपीसीएल की वेबसाइट http://www.upenergy.in/ पर जाकर वह अपने घर बैठे ही स्वयं अपना बिल जनरेट कर सकेंगे और बिल भी प्राप्त कर सकेंगे।
लेकिन हैरानी की बात यह कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद ऊर्जा मंत्री के महत्वाकांक्षी 24 घंटे में वेबसाइट करने के 24 घण्टे में ही वेबसाइट http://www.upenergy.in/ धराशायी हो गई। ऊर्जामंत्री द्वारा लांच वेबसाइट को क्लिक करने पर एक एरर आ रहा है, जो कह रहा है... This site can’t be reached
इस महत्वाकांक्षी वेबसाइट धराशाही होने पर होने पर ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा विभाग की छवि धूमिल करने वाले अध्यक्ष पावर कॉरपोरेशन, प्रबंध निदेशक पावर कॉरपोरेशन एवं निर्देशक आईटी के ऊपर क्या कार्रवाई करेंगे, क्योंकि छोटी सी गलती पर अभियंताओं के ऊपर निलंबन/ स्थानांतरण/ निंदा प्रविष्टि आदि की कार्रवाई का आदेश देने वाले प्रधानमंत्री के करीबी क्या कार्रवाई करते हैं यह देखने वाली बात होगी?