Friday, 29 September 2023 00:00
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ऐसा माना जा रहा है कि इस मीटिंग में उम्मीदवारों के नाम पर मुहर भी लग चुकी है. बीजेपी ने पिछले महीने राज्य की कुल 90 सीटों में से 21 पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था.
आगामी विधानसभा चुनावों में छत्तीसगढ़ की सत्ता में वापसी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूरी ताकत से जुट गई है. चुनाव को लेकर गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रायपुर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ लगभग सात घंटे तक चर्चा की.
जानकारी के मुताबिक रायपुर में बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में चली बैठक के दौरान उम्मीदवारों के चयन और पीएम नरेन्द्र मोदी की आगामी छत्तीसगढ़ यात्रा समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई.
करीब सात घंटे चली बैठक
दरअसल रायपुर में गुरुवार दोपहर से चल रही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की बैठक रात करीब 9 बजे खत्म हो गई. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव बीएल संतोष के साथ अमित शाह ने पार्टी नेताओं की करीब 7 घंटे तक बैठक ली. इसके बाद अमित शाह और जेपी नड्डा एकसाथ गाड़ी में बैठकर निकल गए. बताया जा रहा है कि जल्द ही प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी हो सकती है.
पीएम मोदी की रैलियों पर चर्चा
इस बैठक में 30 सितंबर को बिलासपुर और 3 अक्टूबर को बस्तर में होने वाली नरेंद्र मोदी की सभाओं को लेकर भी समीक्षा की गई. इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, पार्टी के राज्य प्रभारी ओम माथुर, सह-प्रभारी नितिन नबीन, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
जयपुर से सीधे रायपुर पहुंचे शाह-नड्डा
बता दें कि अमित शाह और जेपी नड्डा गुरुवार दोपहर जयपुर से विशेष विमान से रायपुर पहुंचे थे. इसके बाद वह सीधे पार्टी के प्रदेश मुख्यालय गए. यहां दोपहर करीब दो बजे बैठक शुरू हुई थी, जो रात 9 बजे तक चली. इस बैठक के बाद प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जल्द जारी होने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. ऐसा माना जा रहा है कि इस मीटिंग में उम्मीदवारों के नाम पर मुहर भी लग चुकी है. बीजेपी ने पिछले महीने राज्य की कुल 90 सीटों में से 21 पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था.
सत्ता में लौटने की कोशिश में बीजेपी
बीजेपी को छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के नेतृत्व में साल 2003 से 2018 तक यानी 15 साल सत्ता में रहने के बाद 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से हार का सामना करना पड़ा था. वहीं अब बीजेपी एक बार फिर सत्ता में लौटने का प्रयास कर रही है.