State Assembly Election Results 2023: चार राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना विधानसभा चुनाव के परिणाम रविवार को घोषित होंगे. यह चुनाव परिणाम से यह फैसला होगा कि किस पार्टी के सिर पर ताज सजेगा और कौन बेताज होगा.
राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और तेलंगाना के चुनाव रिजल्ट रविवार को घोषित होंगे. चार राज्यों के 635 सीटों पर वोटों गणना कल होगी. वहीं, मिजोरम में 4 दिसंबर को रिजल्ट आएगा. चुनाव रिजल्ट के बाद नई सरकार बनेगी. इन पांच राज्यों की 675 विधानसभा केंद्रों के लिए वोटिंग हो चुकी है. राजस्थान में विधानसभा सीटों की संख्या 200 है, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार के अकस्मिक निधन के कारण 199 सीटों पर ही पोलिंग हुई है.
इसके साथ ही मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230, तेलंगाना में 119 और छत्तीसगढ़ में 90 सीटें हैं. एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में बीजेपी एवं कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है, जबकि राजस्थान में बीजेपी का पलड़ा बारी बताया गया है. वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस की बढ़त की भविष्यवाणी की गई है.
चुनाव आयोग के अनुसार सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गणना की जाएगी. इसके बाद ईवीएम से काउंटिंग होगी. रिजल्ट पर पूरे देश की निगाहें टिकी रहेगी, क्योंकि इन चुनावों को लोकसभा चुनाव के पहले का सेमी फाइनल माना जा हा है.
राजस्थान में गहलोत या वसुंधरा, किसके सिर सजेगा ताज
राजस्थान के 1 हजार 862 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला रविवार को होगा. 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा का मैजिक नंबर 101 है. श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर के कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण 199 सीटों पर ही पोलिंग हुई है.
दो दशकों से राजस्थान में सीएम की कुर्सी कभी बीजेपी और कभी कांग्रेस को मिलती रही है. राजस्थान विधानसभा चुनावों में पिछले कुछ दशकों से रिवाज रहा है कि सरकार बदल जाती है. फिलहाल गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सत्ता में है और बीजेपी कड़ी चुनौती दे रही है.
इस राज्य यह पहली बार है, जब 75.45 फीसदी मतदान हुआ. राजस्थान में मतदान के बाद एग्जिट पोल जारी हुए. इनमें सात ने बीजेपी का सत्ता मिलने की भविष्यवाणी की है. पोलस्ट्रैट का दावा है कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होगी. राजस्थान में कांग्रेस को 90-100 सीटें मिलने की संभावना है. वहीं, बीजेपी को 100-110 सीटें तथा अन्य को 5-15 सीटें मिल सकती हैं.
बीजेपी पहली बार बिना किसी मुख्यमंत्री चेहरा का मैदान में है. अशोक गहलोत, सांसद दीया कुमारी, डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, सचिन पायलट, वसुंधरा राजे, बाबा बालकनाथ, भागीरथ चौधरी, नरेन्द्र कुमार, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ एवं देवजी पटेल की किस्मत दांव पर लगी हैं.
मध्यप्रदेश में कमलनाथ या शिवराज सिंह चौहान, किसके चेहरे पर होगी मुस्कान
17 नवंबर को मध्यप्रदेश की 230 सीटों पर मतदान हुआ है. क्या कमलनाथ की सत्ता में फिर वापसी होगी या फिर शिवराज मुख्यमंत्री बनेंगे. मध्य प्रदेश में इस बार रिकॉर्ड 76.22 प्रतिशत वोटिंग हुई है. वोटिंग के प्रतिशत से सरकार बदलने की चर्चा को बल मिला है. एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर दिखाई गई है.
हालांकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर भाजपा सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं. शिवराज सिंह चौहान को लगता है कि बीजेपी को मध्य प्रदेश की महिलाओं से जो अभूतपूर्व समर्थन मिला है, वह केवल समय की बात है. वहीं, कमलनाथ दावा कर रहे हैं कि इस बार वहां कांग्रेस की ही सरकार बनेगी.
चुनाव में शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ, जीतू पटवारी, नरेंद्र सिंह तोमर, रीति पाठक, गणेश सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह एवं फग्गन सिंह कुलस्ते जैसे दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है. बीजेपी ने कई मंत्रियों और सांसदों को उम्मीदवार बनाया था. यह देखना होगा कि बीजेपी का यह फैसला कितना सटीक रहा है. जनता ने क्या फैसला दिया है.
छत्तीसगढ़ में क्या बघेल की होगी वापसी या बीजेपी करेगी कमाल
छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों पर कांग्रेस एवं बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर बताई गई है. 2018 में करीब 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार बनी है. बीजेपी बिना मुख्यमंत्री के चेहरे के छत्तीसगढ़ के चुनाव मैदान में थी, जबकि कांग्रेस की कमान सीएम भूपेश बघेल संभाले हुए थे. भूपेश बघेल की सरकरा यदि बनती है, तो कांग्रेस में उनका कद बढ़ेगा. ओपिनियन पोल्स में कांग्रेस की बढ़त बताई गई थी, जबिक एग्जिट पोल में बीजेपी से कांटे की टक्कर दिखाई जा रही है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा किया कि उनकी पार्टी राज्य में “भारी बहुमत” से जीत हासिल करेगी. बघेल को भरोसा है कि 3 दिसंबर को नतीजे घोषित होने पर उनकी सीटों की संख्या 75 तक पहुंच जाएगी. छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव, हालांकि बघेल की तरह आक्रामक नहीं हैं, उनका मानना है कि कांग्रेस कम से कम 60 सीटें जीतेगी. हालांकि, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता रमन सिंह ने बूथ रिटर्न पोल के पूर्वानुमानों को मानने से इनकार कर दिया.
सर्वेक्षण फर्मों ने कांग्रेस को काफी आगे रखा है, वहीं पोलस्ट्रैट, सीवोटर्स जैसे कई पोल नंबरों ने भविष्यवाणी की है कि भले ही कांग्रेस जीत जाए, लेकिन अंतर ज्यादा नहीं हो सकता है. पोलस्ट्रैट सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को 40 से 50 सीटें मिल सकती हैं. वहीं बीजेपी को 35 से 45 सीटें मिल सकती हैं.
चुनाव में सीएम भूपेश बघेल, विजय बघेल, अमित जोगी, रमन सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह , डिप्टी सीएम टी. एस. सिंहदेव, डॉ. रेणु जोगी, मोहम्मद अकबर , मोहन मरकाम, कवासी लखमा और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत सहित कइयों की किस्मत का फैसला होगा.
तेलंगाना में कांग्रेस या केसीआर की हैट्रिक
तेलंगाना विधानसभा चुनाव की मतगणना रविवार को है. 119 सीटों पर हुए मतदान का रिजल्ट आएगा. क्या केसीआर बरकरार रख पाएंगे सत्ता? कांग्रेस की सरकार बनेगी. पिछली बार केसीआर की पार्टी एकतरफा जीत के साथ सत्ता में आई थी. लेकिन, बूथ पर सर्वेक्षणों से पता चलता है कि के.चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति के लिए लड़ाई इतनी आसान नहीं होगी. एजिग्ट पोल में कांग्रेस की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई है.
तेलंगाना को 119 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत पाने के लिए 60 सीटों की जरूरत है. एग्जिट पोल में बीआरएस और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर बताई गई है, तो कुछ एग्जिट पोल ने कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया है. अब चुनाव परिणाम से ही यह साफ हो जाएगा कि किस पार्टी की सरकार बनेगी.