Friday, 10 November 2023 00:00
AWAZ PLUS MEDIA HOUSE
भारत-अमेरिका के बीच आज एक हाई लेवल मीटिंग होने वाली है. दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्री 2+2 वार्ता करेंगे. इस दौरान मिडिल ईस्ट संकट और चीन की बढ़ती आक्रामकता को लेकर बात हो सकती है. इनके अलावा क्वाड का एक देश ऑस्ट्रेलिया इन दिनों चीन के साथ अपनी गतिविधियां बढ़ा रहा है, जिसपर मीटिंग में बात हो सकती है.
अमेरिका के विदेश और रक्षा मंत्री भारत आए हुए हैं. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उनके 2+2 वार्ता शेड्यूल हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शुक्रवार देर रात भारत पहुंचे तो रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन गुरुवार को भारत आए. ऑस्टिन के भारत आने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इजराइल-हमास की जंग के बीच भारतीय और अमेरिकी नेताओं में होने वाली वार्ता काफी अहम् है. आइए समझते हैं कि आखिर 2+2 वार्ता क्या होता है और भारत किन देशों के साथ इस तरह की वार्ता करता है?
भारत और अमेरिका के बीच आज होने वाली 2 प्लस 2 वार्ता इस तरह की पांचवीं वार्ता है. इसे रणनीतिक सम्मेलन भी कहा जाता है, जिसमें संबंधित देशों के बड़े नेता, प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति तक शामिल होते हैं. भारत और अमेरिका के बीच इस तरह की वार्ता 2018 में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के समय से हो रही है. ताजा मीटिंग में विदेश और रक्षा मंत्री शामिल होंगे, जहां रणनीतिक मुद्दों पर खासा चर्चा होगी. इनमें द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दे शामिल होंगे.
भारत-अमेरिकी नेताओं के बीच मुलाकात
2+2 वार्ता से पहले आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. इसी साल जून महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर गए थे. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उनका भव्य स्वागत किया था. दोनों नेताओं के बीच जबरदस्त केमिस्ट्री दिखी थी. विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों में हो रही ताजा हाई लेवल मीटिंग, पीएम मोदी के यूएस दौरे का ही प्रोग्रेस है. एंटनी ब्लिंकन ने भी अपनी भारत यात्रा को अहम बताया और कहा कि इससे भारत-अमेरिका के रिश्ते और मजबूत होंगे. इनके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात की.
अमेरिका के साथ भारत की 2+2 वार्ता की स्थिति क्या है?
- अमेरिका भारत का सबसे पुराना और सबसे अहम् 2+2 वार्ता भागीदार है.
- दोनों देशों के बीच पहली 2+2 वार्ता 2018 में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौरान हुई थी.
- भारत और अमेरिका ने गहरे सैन्य सहयोग के लिए “बुनियादी समझौते” किए.
- 2016 में लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA),
- 2018 में पहले 2+2 मीटिंग के बाद कम्यूनिकेशंस कंपेटेबिलिटी एंड सिक्योरिटी एग्रीमेंट (COMCASA)
- 2020 में बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (BECA).
- चीन की आक्रामकता के मद्देनजर भारत और अमेरिकी सेनाओं के बीच कोऑपरेशन मकेनिज्म को मजबूत करना शामिल है.
2+2 डायलॉग क्या है?
- 2+2 बैठक को भारत-अमेरिका जैसे देशों के बीच हाई लेवल बातचीत का एक प्लेटफॉर्म कहा जा सकता है.
- यह किसी भी दो देशों के बीच बातचीत का एक जरिया है जिसमें एक-दूसरे देशों के रक्षा और विदेश मंत्री या सचिव शामिल होते हैं.
- चार देश हैं जो भारत के प्रमुख रणनीतिक भागीदार हैं. इनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और रूस शामिल है.
- रूस के अलावा तीन देश अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान क्वाड का हिस्सा हैं. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया इसमें सबसे कमजोर कड़ी माना जाता है, जिसने हाल ही में चीन के साथ अपनी बातचीत को ज्यादा तरजीह दी है.
- भारत-अमेरिका के बीच आज होने वाली वार्ता में ऑस्ट्रेलिया पर चर्चा होने की उम्मीद है.