Thursday, 05 October 2023 00:00
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सुकेश ने इस पत्र में अपील की है कि उसे दिल्ली की जेलों से किसी अन्य राज्य की जेल में स्थानांतरित किया जाए, जो आप सरकार के अधीन नहीं हो. जब तक कि जांच पूरी नहीं हो जाती.
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने जीएनसीटीडी के गृह विभाग की सिफारिश पर ठग सुकेश चन्द्रशेखर की एक शिकायत को आगे की कार्रवाई के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दिया है. सुकेश ने 8 जुलाई को अपने वकील के माध्यम से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एलजी को पत्र लिखा था. इसमें आरोप लगाया गया था कि उनके वकील अनंत मलिक को सीएम केजरीवाल और पूर्व गृह मंत्री, जीएनसीटीडी, सत्येन्द्र जैन का नाम लेकर धमकी भरे फोन आ रहे थे.
जानकारी के मुताबिक फोन करने वाले की पहचान दिनेश मुखिया के रूप में हुई है. आरोप है कि उसने सुकेश को धमकी दी थी कि अगर उसने केजरीवाल और जैन के खिलाफ अपने बयान वापस नहीं लिए तो आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार के नियंत्रण वाली मंडोली जेल में उसके खाने में जहर मिला दिया जाएगा. सुकेश ने अपने पत्र में यह भी अनुरोध किया है कि उसे मंडोली जेल से दिल्ली से बाहर किसी ऐसी जेल में स्थानांतरित कर दिया जाए, जो दिल्ली सरकार के नियंत्रण में न हो.
केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी शिकायत
सुकेश के वकील अनंत मलिक का यह लेटर सुकेश की लिखी शिकायत के साथ, एलजी सचिवालय द्वारा आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए गृह विभाग, जीएनसीटीडी को भेज दिया गया था. बदले में गृह विभाग ने सिफारिश की कि इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा जाए. सुकेश ने इस पत्र में अपील की है कि उसे दिल्ली की जेलों से किसी अन्य राज्य की जेल में स्थानांतरित किया जाए, जो आप सरकार के अधीन नहीं हो. जब तक कि इन लोगों के खिलाफ जांच पूरी नहीं हो जाती.
सुकेश ने की ये शिकायतें
सुकेश का आरोप है कि उसके वकील अनंत मलिक को सीएम केजरीवाल का सहयोगी होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति से धमकी भरा फोन किया. फोन करने वाले ने धमकी देते हुए कहा कि सुकेश बता देना कि अगर उसने आप नेताओं और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिए अपने बयान और शिकायतें वापस नहीं लीं तो उसे जेल में खाने में जहर दे दिया जाएगा. फोन करने वाले ने यह भी कहा कि जेल प्रशासन आप सरकार के अधीन है
कॉलर ने अपनी धमकी भरी कॉल में अरविंद केजरीवाल, सत्येन्द्र जैन और आप पार्टी का नाम लिया है. सुकेश ने कहा कि धमकी भरी बातचीत वकील ने रिकॉर्ड की थी, जिसे जांच के लिए पत्र के साथ भेजा गया है.
पत्र में सुकेश ने यह भी आरोप लगाया है कि 23 जून को मेरी मां को इसी तरह की धमकी भरी कॉल केजरीवाल के सहयोगी मनोज से मिली. जिसने उन्हें धमकी दी कि अगर मैंने सीएम और उनके सहयोगियों के खिलाफ शिकायतें वापस नहीं लीं तो मुझे एक भयानक परिणाम भुगतना होगा.
मेरी मां को सत्येन्द्र जैन की पत्नी पूनम जैन की ओर से कई बार फोन आए थे और मुझसे मुकरने के लिए कहा गया था, अन्यथा मुझे इसके परिणाम भुगतने होंगे. कॉल रिकॉर्ड के साथ विवरण पहले ईडी के साथ-साथ सीबीआई को भी सौंपा गया था.
सुकेश ने कहा कि 1 जुलाई को मेरे वकील को धमकी देने वाले कॉल करने वाले ने विशेष रूप से मेरे और अरविंद केजरीवाल, सत्येन्द्र जैन और उनके सभी अन्य सहयोगियों के बीच सभी सहेजे गए चैट, सबूतों की पेन ड्राइव/डेटा जांच एजेंसियों को नहीं देने की धमकी दी थी.
आरोप यह भी है कि जेल अधिकारियों ने सुकेश को इस महीने में 3 से 4 बार से अधिक बार लगातार धमकी दी जा रही है. सुकेश ने पत्र में बताया कि उसे व्यक्तिगत रूप से जेल प्रशासन द्वारा धमकी दी गई है. उसने कहा कि मेरे वकील ने कार्रवाई करने के लिए दिल्ली के पुलिस आयुक्त के कार्यालय में कॉल रिकॉर्डिंग के साथ शिकायत दर्ज कराई है. लेकिन सबसे बड़ा खतरा जेल अधिकारियों से ही है, क्योंकि वे सीएम केजरीवाल और जेल मंत्री कैलाश गहलोत की कठपुतली हैं.
मंडोली जेल में बंद मेरे और मेरी पत्नी के लिए यह पूरी तरह से असुरक्षित है, जो उसी प्रशासन के अधीन है, जिस पर आम आदमी पार्टी और मुख्य रूप से इसके नेताओं अरविंद केजरीवाल और कैलाश गहलोत का नियंत्रण है, जिनके खिलाफ मैं गवाही दे रहा हूं.
सुकेश ने लिखा कि अब मेरे वकील को खुले तौर पर दी गई धमकियों के ताजा घटनाक्रम के साथ, यह कहना कि वे मेरे भोजन में जहर डाल देंगे, एक गंभीर और सुरक्षा की गंभीर चिंता है. इसके अलावा कई जेल अधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और मेरे खुलासे के आधार पर उनकी जांच की जा रही है, यह पूरी तरह से भेड़ियों के बीच भेड़ की तरह है.