Thursday, 06 July 2023 00:00
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मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी मजदूरी पर शराब के नशे में पेशाब करने वाले BJP नेता प्रवेश शुक्ला के कांड ने MP की राजनीति में भूचाल ला दिया है। मप्र सरकार ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की और आरोपी के घर के अवैध हिस्से पर बुलडोजर चला दिया।
सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी मजदूरी पर शराब के नशे में पेशाब करने वाले BJP नेता प्रवेश शुक्ला के कांड ने MP की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस मामले के नेशनल इश्यू बनते ही मप्र सरकार ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की और आरोपी के घर के अवैध हिस्से पर बुलडोजर चला दिया। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा वीडियो वायरल होते ही नाराजगी जता चुके थे। आरोपी पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट(NSA) लगाया गया है। इस बीच 5 जुलाई को जब आरोपी का घर तोड़ने बुलडोजर पहुंचा, तो उसकी मां और अन्य परिजन फूट-फूटकर रो पड़े। मां बेहोश तक हो गईं।
सीधी पेशाब कांड को लेकर मप्र में राजनीति गर्मा गई है। चूंकि इसी साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए विपक्ष मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहता। इस मुद्दे पर राहुल गांधी से लेकर सोनिया गांधी और मायावती तक अपनी तीखी प्रतिक्रिया दे चुके हैं।
हालांकि घटना का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसे लेकर आरोपी के चाचा का दावा है कि ये तीन साल पुराना है। कुछ लोग वीडियो के जरिये प्रवेश शुक्ला को ब्लैकमेल कर रहे थे।
आरोपी के परिजनों ने कहा कि वीडियो के जरिये ब्लैकमेलिंग से परेशान प्रवेश शुक्ला 29 जून को सुसाइड तक करने निकला था। तब उसकी मिसिंग की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई थी।
सीधी की ASP अंजूलता पटले ने भी माना कि यह वीडियो 2022 का है। यह अब क्यों वायरल किया गया, इसकी इन्वेस्टिगेशन की जा रही है।
आरोप प्रवेश शुक्ला को 4 जुलाई की देर शाम अरेस्ट किया गया था। इसके बाद से मामला लगातार तूल पकड़ा हुआ है।
सीधी पेशाब कांड को लेकर कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार को घेर रही है। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह समेत कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता 5 जुलाई को पीड़ित आदिवासी के घर पहुंचे। कांग्रेस आरोपी का पूरा घर गिराने की मांग कर रही है।
आरोपी प्रवेश शुक्ला दावा करता रहा है कि वो भाजपा विधायक केदार शुक्ला का प्रतिनिधि है, लेकिन विधायक ने इससे इनकार कर दिया है। सिहावल एसडीएम आरपी त्रिपाठी ने कहा कि आरोपी के मकान का करीब एक तिहाई हिस्सा अवैध था, जिसे गिराया गया है।
आरोपी के मकान के चार हिस्सेदार हैं। इनमें आरोपी के पिता रमाकांत शुक्ला, दो चाचा और दादी। मुख्य मकान के आगे के हिस्से पर बुलडोजर चला दिया गया।