Friday, 20 October 2023 00:00
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उत्तर प्रदेश सरकार अभी हाल में ही बिजली व्यवस्था को लेकर कई फैसले किये है, जिसमें प्रदेश के कई बिजली जोन को काटकर नए जोन गठित करने का भी था, जिस पर औपचारिक रूप से मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की तरफ से कुछ जोन में मुख्य अभियंताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसमें सबसे चौकाने वाला नाम इंजीनियर अनिल तिवारी का रहा है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के कई बिजली जोन को काटकर नए जोन सृजित किए गये है. अभी तक उत्तर प्रदेश में कुल 25 जोन थे, लेकिन सरकार के फैसला उपरान्त अब इनकी संख्या बढ़कर 40 कर दी गई है। सिर्फ लखनऊ में ही पहले सिर्फ दो ही विधुत जोन थे, जिसे अब चार कर दिए गए है। बीति रात मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की तरफ से जोन में मुख्य अभियंताओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई. अब इन मुख्य अभियंता के हाथों में लखनऊ की बिजली आपूर्ति की जिम्मेदारी रहेगी.
जानिए किस किस इंजीनियरों को सौपी गई मुख्य अभियंताओं पद की जिम्मेदारी
मुख्य अभियंता वितरण बरेली क्षेत्र (प्रथम) के पद की जिम्मेदारी काफी समय से मध्यांचल मुख्यालय से संबद्ध मुख्य अभियंता इंजीनियर रणविजय कुमार सिंह को सौपी गई है।
इसी तरह इंजीनियर हवलदार को अधीक्षण अभियंता विद्युत नगरीय निर्माण मंडल पंचम लेसा सिस गोमती से हटाकर मध्यांचल मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया है।
मुख्य अभियंता वितरण लखनऊ क्षेत्र इंजीनियर राजीव कुमार सिंह को अब मुख्य अभियंता वितरण रायबरेली क्षेत्र की जिम्मेदारी सौपी गई है।
वहीं इंजीनियर मुकेश कुमार द्वितीय को मुख्य अभियंता वितरण सीतापुर क्षेत्र का कमान सौपा गया है।
अब बात करते है लेसा ट्रांस गोमती का, जहां दो भाग करते हुए नव सृजित लेसा ट्रांस गोमती प्रथम व ट्रांस गोमती द्वितीय जोन बनाया गया हैं। जहां पर इंजीनियर सुनील कपूर को मुख्य अभियंता वितरण लेसा ट्रांस गोमती (प्रथम) की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
वहीं दूसरी तरफ इंजीनियर आशीष अस्थाना को मुख्य अभियंता वितरण लेसा ट्रांस गोमती (द्वितीय) की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मुख्य अभियंता वितरण लेसा ट्रांस गोमती के पद पर तैनात मुख्य अभियंता इंजीनियर अनिल कुमार तिवारी का ट्रांसफर करते हुए उन्हें मुख्य अभियंता वितरण बरेली क्षेत्र द्वितीय की जिम्मेदारी सौपी गई है। बताते चले कि श्री तिवारी मुख्य अभियंता वितरण लेसा ट्रांस गोमती के पद पर रहते हमेशा सुर्खियों में बने रहे। इनका कार्यकाल काफी विवादित रहा है, इनके ऊपर कई इंजीनियरों को अहित करने का भी आरोप रहा है। यहां तक आरोप है कि एक बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए विभागीय नियमों को ताक पर रखते हुए पांच हजार उपभोक्ताओं का हक मारकर चिनहट खंड से आवेदित मेसर्स अट्रैक्टिव निर्माण प्राइवेट लिमिटेड को मुंशी पुलिया खंड के सिंगल केबिल पर बना लगभग 85 प्रतिशत लोड पर चल रहा अमराई बिजली घर से 3500 किलोवाट संयोजन के लिए टेक्निकल फिजीबिलटी (टीएफआर) रिपोर्ट दे दी थी, जो आज विभाग में कलंक के रूप गिना जाता है।
लखनऊ में लेसा सिस गोमती प्रथम के पद पर मुख्य अभियंता वितरण की जिम्मेदारी इंजीनियर रजत जुनेजा को सौंपी गई है. उन्होंने मुख्य अभियंता इंजीनियर संजय जैन की जगह ली है. बताते चले कि इंजीनियर संजय जैन को हाल ही में निदेशक वाणिज्य बनाकर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के पद पर भेजा गया था. लेसा सिस गोमती प्रथम हाल ही में सृजित हुआ है।
अभी तक लेसा सिस गोमती अष्टम वितरण मंडल में तैनात इंजीनियर सुमित कुमार अग्रवाल को लेसा सिस गोमती द्वितीय के मुख्य अभियंता वितरण की अतिरिक्त जिम्मेदारी को सौंपी गई है।
अब देखना यह है कि उत्तर प्रदेश में पावर कारपोरेशन के कुल 25 जोन से 40 जोन कर देने से बिजली आपूर्ति व्यवस्था में कितना सुधार आता है, यह अपने आप में बहुत बड़ा सवाल है।