Wednesday, 08 November 2023 00:00
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पांच राज्यों में चुनावी सरगर्मियों के बीच उत्तराखंड में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी सांसद वरुण गांधी की मुलाकात हुई है. चचेरे भाइयों के बीच मुलाकात को लेकर अब राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. कुछ लोग इसे 2024 के चुनाव से जोड़कर देख रहे थे कोई इसे महजय एक संयोग बता रहा है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बीजेपी सांसद वरुण गांधी केदारनाथ में हुई मुलाकात कौतूहल का विषय बना हुआ है. केदारनाथ दर्शन करने गए दोनों चचेरे भाइयों की मुलाकात कोई संयोग है या एक सोचा समझा प्रयोग इस पर कयास लगाया जा रहा है. इस मुलाकात के बाद ही राहुल गांधी ने केदारनाथ का दर्शन किया, लेकिन इसके कोई राजनीतिक मायने नहीं है और दोनों के बीच कोई राजनीतिक बात भी नहीं हुई है. इस मुलाकात को महज एक संयोगवश हुई मीटिंग बताते हुए कहा जा रहा है कि दो भाई सालों बाद एक दूसरे से मिले.
वरुण गांधी के कार्यक्रम के अनुसार वह आज मंगलवार को केदारनाथ पहुंचे तो वहीं राहुल गांधी रविवार से ही केदारनाथ दौरे थे. राहुल केदारनाथ रविवार को वहां पहुंचे थे. इस दौरान सांसद वरुण गांधी अपने परिवार (पत्नी और बेटी) के साथ नजर आए. उत्तराखंड में पहले से मौजूद उनके चचेरे भाई और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनसे मुलाकात की है. जिसे लेकर तरह तरह के कयास लगाया जा रहा है.
दरअसल, सांसद वरुण गांधी सोमवार को देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतरे, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें रिसीव किया. पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद वह परिवार समेत आज सुबह केदारनाथ धाम पहुंचे. इस बीच उत्तराखंड में तीन दिवसीय दौरे पर पहले से पहुंचे हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनसे मुलाकात की.
बेबाक बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं वरुण गांधी
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी अक्सर अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. वरुण बीजेपी में खुद को हाशिए पर रखे जाने से नाखुश भी रहते हैं. समय-समय पर अपने ट्वीट और बयानों के जरिए केंद्र सरकार के खिलाफ भी स्टैंड लेते नजर आते हैं. किसान आंदोलन हो या सरकार की आर्थिक नीति, वरुण गांधी ने कई बार अपने ही पार्टी की सरकार से अलग स्टैंड लिया.
2024 के टिकट को लेकर भी असमंजस
वरुण के इस रवैए से बीजेपी आलाकमान भी खुश नहीं रहती और उनके तमाम एक्शन को नजरअंदाज करती रही है. वरुण भी पार्टी के उनके प्रति रवैए को अच्छी तरह जानते हैं. वरुण के करीबी लोगों का मानना है कि 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट मिलने को लेकर भी वो असमंजस में रहते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक वरुण ने पिछले कुछ महीनों में यूपी के कई लोकसभा क्षेत्रों में अपने चुनाव लड़ने को लेकर सर्वे भी करवाया है उनमें से एक लोकसभा सीट अमेठी भी है.
अगले लोकसभा को लेकर रणनीति बनाना शरू कर दिए हैं वरुण
ऐसे में साफ है कि खुद को बीजेपी में असामान्य स्थिति में पाकर वरुण गांधी अगले लोकसभा के लिए रणनीति बनाना शुरू कर चुके हैं. अब एक बार फिर कयास लगाया जा रहा है कि क्या राहुल गांधी के साथ वरुण गांधी की ये मुलाकात एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है. यहां दीगर बात ये है कि वरुण गांधी को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का रुख हमेशा सॉफ्ट रहा है और वरुण की प्रियंका गांधी से समय-समय पर बात और मुलाकात भी होती रही है, लेकिन अब राहुल गांधी के साथ मुलाकात के बाद सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण है?