Thursday, 21 September 2023 00:00
AWAZ PLUS MEDIA HOUSE
विद्युत उपकेंद्र हरिहरगंज फतेहपुर में तैनाती के दौरान उपभोक्ता करुणाशंकर का 775708 रुपए बकाया होने के बावजूद नया कनेक्शन जारी कर विभाग को भारी वित्तीय क्षति पहुंचाई थी साथ ही बकाया बिल निपटाने के नाम पर सेटिंग भी कर ली थी।
फतेहपुर। हरिहरगंज में तैनात रहे बिजली विभाग के जेई कल्लूराम यादव पर अध्यक्ष उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन ने भ्रष्टाचार के आरोपो के मामले में कार्रवाई की है। जेई का प्रशासनिक आधार पर तबादला करते हुए उसे कार्यालय अधीक्षण अभियंता प्रथम प्रयागराज से सम्बद्ध किया गया है। बता दें कि फतेहपुर के सिविल लाइंस के रहने वाले चंद्रनाथ सिंह गौर ने जेई कल्लूराम यादव की अध्यक्ष उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन से शिकायत की थी। जेई कल्लूराम पर आरोप था कि उन्होंने विद्युत उपकेंद्र हरिहरगंज फतेहपुर में तैनाती के दौरान उपभोक्ता करुणाशंकर का 775708 रुपए बकाया होने के बावजूद नया कनेक्शन जारी कर विभाग को भारी वित्तीय क्षति पहुंचाई थी साथ ही बकाया बिल निपटाने के नाम पर सेटिंग भी कर ली थी।
भ्रष्टाचार की शिकायत पर एमडी ने की कार्रवाई
शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत प्रबंध निदेशक पूर्वांचल वाराणसी से की थी मगर अधिकारियों ने हरिहरगंज उपकेंद्र से हटाकर महज मामूली कार्रवाई कर कल्लूराम यादव को क्लीन चिट दे दी जबकि उसको विद्युत वितरण खंड प्रथम के सबसे महत्वपूर्ण पद ड्राफ्टमैन के पद पर बने रहने दिया गया। शिकायत के बावजूद प्रबंध निदेशक पूर्वांचल वाराणसी ने कल्लूराम पर जब कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो शिकायतकर्ता चंद्रनाथ सिंह गौर ने एमडी विद्युत विभाग से मामले की लिखित शिकायत की। जिसको संज्ञान में लेते हुए एमडी ने कल्लूराम के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है जबकि उसको फतेहपुर से हटाकर प्रयागराज कार्यालय अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल प्रथम से सम्बद्ध कर दिया गया है।
बता दें कि हरिहरगंज में तैनाती से पूर्व कल्लूराम चौडगरा विद्युत उपकेंद्र में तैनात रहे वहां भी कल्लू के काले कारनामों के कई मामले सामने आए जिसमें विभागीय स्तर पर लंबे समय तक जांच चली बाद में मामला ले देकर रफा दफा कर दिया गया। चौडगरा उपकेन्द्र में तैनाती के दौरान कल्लू ने क्षेत्र में अवैध कमाई कर जमीन भी खरीदी। कई लोगों के प्राइवेट तरीके से लगे ट्रांसफार्मर खुलवा कर बेच भी लिए, जबकि क्षेत्र के कई लोगों ने वसूली का भी आरोप लगाया था जिस पर अधीक्षण अभियंता ने चौडगरा से हटाकर फतेहपुर संबद्ध किया था।