Sunday, 06 August 2023 00:00
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नूंह. हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक झड़प (Nuh Violence) में कुल छह लोग मारे गए, 206 लोग गिरफ्तार किए गए और 100 से अधिक एफआईआर दर्ज की गईं. यह झड़प तब भड़की जब एक भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जुलूस को रोकने और उस पर हमला करने की कोशिश की. हिंसा जल्द ही पड़ोसी गुरुग्राम के सोहना, मानेसर सहित अन्य इलाकों में फैल गई. हरियाणा सरकार ने एक ताजा बयान में आरोप लगाया है कि 31 जुलाई को नूंह में एक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन (Cybercrime Station) पर हमला बड़े पैमाने पर हुई एक धोखाधड़ी के सबूतों को खत्म करने के मकसद से किया गया था. जिसका खुलासा इस साल की शुरुआत में किया गया था.
हरियाणा सरकार ने एक बयान में कहा कि पिछले कुछ दिनों में नूंह में हुई हिंसा की आड़ में छापेमारी के दौरान जुटाए गए सबूतों को नष्ट करने की कोशिश की गई और साइबर पुलिस स्टेशन पर हमला किया गया. बयान में कहा गया है कि भारी धोखाधड़ी और अन्य अपराधों से संबंधित दस्तावेज पुलिस स्टेशन में रखे गए थे. अपनी तरह की अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी में हरियाणा पुलिस ने अप्रैल में 100 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी का खुलासा किया था. वहीं हालात को देखते हुए नूंह में इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं पर बैन (Mobile-Internet Ban) को 8 अगस्त तक बढ़ाया गया है.
नूंह में मोबाइल- इंटरनेट 8 अगस्त तक बैन
हरियाणा सरकार ने एक बयान में कहा कि नूंह में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं 8 अगस्त तक और पलवल जिले में 7 अगस्त शाम 5 बजे तक बैन रहेंगी. इस बैन को बढ़ाने का आदेश अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टीवीएसएन प्रसाद ने जारी किया. गौरतलब है कि 31 जुलाई को झड़प के बाद इंटरनेट सेवाओं को बैन कर दिया गया था. बैन को पहले 5 अगस्त तक बढ़ा दिया गया था. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने कहा कि नूंह जिले में एक धार्मिक जुलूस के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 216 हो गई है. जबकि 80 लोगों को हिरासत में रखा गया है और अब तक 104 एफआईआर दर्ज की गई हैं.
नूंह में तीसरे दिन भी चला बुलडोजर
हरियाणा सरकार ने लगातार तीसरे दिन भी बुलडोजर से हिंसा प्रभावित नूंह जिले में कई अवैध संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया. नलहर मेडिकल कॉलेज के आसपास 2.6 एकड़ जमीन में अवैध निर्माण को हटाने के लिए बुलडोजर का उपयोग किया गया. इनमें से कई इमारतों के मालिक हाल की झड़पों में शामिल लोग थे. नए पुलिस अधीक्षक पी नरेंद्र बिजारनिया ने कहा कि दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं गुरुग्राम में अधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों को भरोसा दिलाने के लिए झुग्गी बस्तियों का दौरा किया. उन्होंने मजदूरों को बिना किसी डर के अपना काम फिर से शुरू करने के लिए कहा.