Sunday, 22 October 2023 00:00
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Somalia Suicide Bomb Attack: सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में आत्मघाती हमला हो गया है. एक सैन्य चौकी पर हुए इस हमले में दो नागरिकों सहित छह लोगों की मौत हो गई जबकि 9 अन्य घायल हो गए. इस्लामिक ग्रुप अल-शबाब के आतंकियों ने इस हमले की आशंका जताई जा रही है.
Somalia Suicide Bomb Attack: सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में आत्मघाती हमला हो गया है. एक सैन्य चौकी पर हुए इस हमले में दो नागरिकों सहित छह लोगों की मौत हो गई जबकि 9 अन्य घायल हो गए. सोमालिया की पुलिस ने यह जानकारी दी है. पुलिस ने दावा किया कि इस्लामिक ग्रुप अल-शबाब के आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया है. समाचार एजेंसी एएफपी से बातचीत में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावर मोगादिशु के पश्चिमी उपनगरों में सीलाशा-बियाहा सैन्य चौकी पर विस्फोटकों से भरा एक वाहन लेकर चला.
इसके बाद यहां शक्तिशाली विस्फोट हो गया. आस-पास के घरों को इस हमले से खासा नुकसान पहुंचा. सोमाली पुलिस के प्रवक्ता सादिक दुदिशे ने कहा कि अल-शबाब के आतंकी जैसा आमतौर पर करते हैं, इस बार भी उसने ऐसा ही किया. विस्फोटकों से भरे एक वाहन को मोगादिशु में लाने की कोशिश की. मगर पहुंच से वंचित किए जाने के बाद उन्होंने सीलाशा-बियाहा में सुरक्षा बलों के अड्डे पर वाहन में विस्फोट कर दिया. इसके बाद इलाके में तबाही मच गई. कई मकानों को क्षति हुई है.
अब तक छह की मौत, 9 घायल
सोमाली पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि इस हमले में अब तक छह लोगों की मौत हुई है. इनमें से चार सुरक्षाबल हैं और दो नागरिक शामिल हैं. वहीं घायल नौ लोगों में से चार नागरिक हैं. प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद शरीफ ने कहा कि उसने पांच नागरिकों के शव देखे हैं. उन्होंने कहा कि मैं विस्फोट वाले इलाके के बहुत करीब एक मिनीबस में सवार था. हम बहुत भाग्यशाली थे कि बस के किसी भी यात्री को चोट नहीं आई. मैंने एक बुजुर्ग व्यक्ति समेत पांच नागरिकों के शव देखे.
सोमालिया सरकार को हटाना चाहता अल-शबाब
बता दें कि अल-शबाब सोमालिया का बड़ा जिहादी आतंकी समूह है. 2006 में अस्तित्व में आए इस समूह का मकसद सोमालिया सरकार को उखाड़ फेंकना है. अल-शबाब अफ्रीका देश में इस्लामी कानून स्थापित करने के लिए 2007 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थित सोमालिया सरकार के खिलाफ विद्रोह छेड़ रखा है. आए दिन सोमालिया पर हमले करते रहा है. मई 2022 में राष्ट्रपति हसन शेख मोहम्मद ने अल-शबाब के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी. इसके बावजूद अल-शबाब ने हमले करना जारी रखा है.