Sunday, 30 July 2023 00:00
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एम देवराज की कुर्सी यूं ही हवा में नहीं गई ..... पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज का इस प्रकार से अचानक चले जाना हम सभी के बीच बड़ी जिज्ञासा बनी हुई थी.... कि आखिर ऐसी कौन सी बात हो गई कि जिसके नाम से पूरा प्रदेश के बिजली विभाग के अधिकारी/कर्मचारीगण के सांसे रुक जाती थी... स्वयं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा भी उनके सामने नतमस्तक होकर सुर में सुर मिलाते थे... अचानक ऐसी कौन सी बात हो गई कि पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज को दूध में मक्खी की तरह निकाल फेंक दिया गया...
लखनऊ। विश्वस्त सूत्रों से मिली एक चौंकाने वाली जानकारी ..... पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज की कुर्सी यूं ही हवा में नहीं गई ..... एम देवराज का इस प्रकार से अचानक चले जाना हम सभी के बीच बड़ी जिज्ञासा बनी हुई थी.... कि आखिर ऐसी कौन सी बात हो गई कि जिसके नाम से पूरा प्रदेश के बिजली विभाग के अधिकारी/कर्मचारीगण के सांसे रुक जाती थी... स्वयं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा भी उनके सामने नतमस्तक होकर सुर में सुर मिलाते थे... अचानक ऐसी कौन सी बात हो गई कि पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज को दूध में मक्खी की तरह निकाल फेंक दिया गया... आवाज प्लस बैनर लगातार इस गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रहा था कि अचानक आवाज प्लस के हाथ कुछ ऐसे दस्तावेज लगे कि इन सभी प्रश्नों के सही उत्तर ... सही समय पर मिल गया, और एक बड़े रहस्य से पर्दा उठ गया। (सरकारी,महत्वपूर्ण एवं गोपनीय दस्तावेज होने के कारण अभी उपरोक्त दस्तावेज को आप सभी के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर रहे हैं).. लेकिन इतना जरूर आप सभी को अवगत कराना चाहता हूं कि भले ही पावर कारपोरेशन से एम देवराज की विदाई हो चुकी हो लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसले से इतनी जल्दी उनको छुट्टी नहीं मिलेगी, आने वाला समय एम देवराज के लिए काफी मुश्किल भरा होगा।
बताते चलें कि पावर कारपोरेशन में एम देवराज के कार्यकाल के दौरान लिए गए कई फैसलों को लेकर उर्जा विभाग में आईएएस नियुक्ति के विरोध को लेकर सुर्खियों में रहने वाले बेबाक, निडर एवं साहसी पत्रकार के एक शिकायत के आधार पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा खरी खोटी सुनाते हुए लहजे में एक नोटिस उत्तर प्रदेश सरकार को जारी किया, जिसके उपरांत सरकार को विवश होकर देवराज को हटाना पडा क्यो कि एक आईएएस के कारण अपनी सरकार की किरकिरी होते नहीं देख सकती क्योकि लोक सभा के चुनाव नजदीक है उस पर यह नोटिस जिसका फायदा विपक्षी दल उठा सकते थे जिससे बचने के लिए आनन-फानन में पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज को हटाया दिया गया.... ताकि सरकार की और फजीहत न हो सके.... माना जा रहा है पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज को महत्वहीन विभाग देकर मानवाधिकार के आला अधिकारियों को मनाने की कोशिश की जा रही है...।