Wednesday, 08 November 2023 00:00
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प्रदूषण से जूझ रहा दिल्ली-NCR अब गैस चैंबर बन चुका है. आसमान में छाए धुंध के बीच सांस लेना तक दूभर है. वायु गुणवत्ता सूचकांक में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इससे कई बीमारियां होने का खतरा भी गहरा गया है. चिकित्सकों ने तो यहां तक चेतावनी दी है कि यह प्रदूषण कैंसर तक का शिकार बना सकता है.
दिल्ली-NCR का प्रदूषण अब जानलेवा होता जा रहा है. देश की राजधानी और आसपास के इलाके गैस चैंबर बन चुके हैं, वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में है. कई इलाके ऐसे हैं जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक रिकॉर्ड तोड़ रहा है. इससे लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. फेफड़े-आंख से लेकर दिल और दिमाग तक प्रदूषण सबको प्रभावित कर रहा है. चिकित्सकों ने चेतावनी दी है कि यदि पॉल्यूशन से शरीर पर पड़ने प्रभाव को गंभीरता से नहीं लिया गया तो यह न्यूरॉजिकल प्रॉब्लम के साथ कैंसर तक का खतरा बन सकता है.
दिल्ली में प्रदूषण की मार लगातार बढ़ती जा रही है, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पिछले 24 घंटे का औसत एक्यूआई मंगलवार को 395 रहा, हालांकि सुबह और शाम के समय यह 400 के आंकड़े को पार कर गया. इससे पहले सोमवार को दिल्ली का AQI तकरीबन 421 रहा था. ऐसा ही हाल गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में भी दर्ज किया गया. खास बात ये है कि दिल्ली-NCR में बुधवार को हालात और खराब होने की आशंका जताई गई है. माना जा रहा है कि 10 नवंबर तक यह बहुत ही खराब श्रेणी में पहुंच जाएगी.
फेफड़े-दिल के साथ कैंसर का खतरा
दिल्ली-NCR में बढ़ रहा प्रदूषण फेफड़े, दिल, दिमाग के साथ कैंसर का कारण भी बन सकता है. कैंसर विशेषज्ञों के मुताबिक वाहनों का धुआं, प्रदूषण, कार्बन तत्व कैंसर के लिए संवेदनशील हैं. यह फेफड़ों में जमा होकर क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) को जन्म देता है. ऐसे में दिल्ली का एयर पॉल्यूशन कैंसर के मरीजों के लिए बड़ी समस्या है. प्रदूषण में मिश्रित कार्बन तत्व आसानी से सांस के साथ घुलकर फेफड़ों तक पहुंच रहे हैं. गंगाराम अस्पताल के कैंसर विभाग के प्रमुख डॉक्टर श्याम अग्रवाल के मुताबिक प्रदूषण में पीएम 2.5 कण होते हैं जो बहुत ही घातक गैसों का मिश्रण है. ये फेफड़ों को कमजोर कर देते हैं, ये ठीक उस तरह से असर डालता है जैसे कोई 15 से 20 सिगरेट पी रहा हो. इससे लंग कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, पेनक्रिएटिक कैंसर और लीवर कैंसर के मामले होते हैं.
इस तरह करें बचाव
डॉ. श्याम अग्रवाल के मुताबिक वायु गुणवत्ता जिस तरह से खराब हो रही है, उससे बचने के लिए घर से न निकलें, कमरे के अंदर रहे, दिल्ली से दूर साफ हवा में जाकर रहें. यदि दिल्ली में निकलता ही है तो मास्क का इस्तेमाल जरूर करें और हेल्दी डाइट लें. यदि प्रदूषण की वजह से अस्थमा, दमां, छींक, एलर्जी हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. डॉ. श्याम अग्रवाल के मुताबिक प्रदूषण की समस्या हर साल हो रही है, यदि पॉल्यूशन का यही हाल रहा तो औसत आयु में 5से 10 साल की कमी आएगी. प्रदूषण की वजह से कैंसर के साथ ही ह्रदय के रोग और दूसरी बीमारियां भी होने लगती हैं.
सीएम केजरीवाल ने की DPCC अध्यक्ष को निलंबित करने की सिफारिश
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने DPCC ( दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी) के मौजूदा अध्यक्ष अश्विनी कुमार को निलंबित करने की सिफारिश की है. उन पर बढ़ते प्रदूषण से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों में बाधा डालने का आरोप है. इससे पहले पर्यावरण मंत्री गोपाल राय उन्हें निलंबित करने की सिफारिश कर चुके हैं.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने जो प्रदूषण से लड़ने के लिए रियल टाइम स्टडी IIT कानपुर के साथ शुरू करवाई थी उसको IAS अधिकारी अश्विनी कुमार ने बिना सरकार से सलाह मशविरा किए रुकवा दिया था. पर्यावरण मंत्री ने यह भी आरोप लगाया था कि अश्वनी कुमार ने सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली कैबिनेट के निर्णय से शुरू किया गया SMOG टावर भी बंद करवाया है. मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने SMOG टावर बंद पड़े होने पर सख्त नाराजगी जताई थी.
नोएडा में नौवीं तक के स्कूल बंद, गाजियाबाद में ऑनलाइन क्लासेस
दिल्ली-NCR में बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए गाजियाबाद प्रशासन ने 9 वीं तक की कक्षाओं को फिजिकली बंद कर ऑनलाइन क्लास चलाने के आदेश दिए हैं. इससे पहले नोएडा डीएम की ओर से एक आदेश जारी कर 9 वीं तक स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद करने का आदेश दिया था.