Wednesday, 06 September 2023 00:00
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रेम्बो सिटी के निवासियों द्वारा 2019 में लगातार इस हाईटेंशन लाइन स्थापित करने का विरोध करने के कारण इस लाइन को बनने के उपरांत दो साल तक चालू नहीं किया गया, लेकिन ततकालीन रिश्वतखोर ऑफिसर द्वारा रिश्वत के पैसे को हजम न कर पाने के कारण कोरोना महामारी का लाभ उठाते हुए 2021 में चोरी छिपे से चालू कर दिया गया, इस बात की जानकारी स्थानीय निवासी को तब हुई जब एलटी लाइन की एक तार टूट कर नीचे खड़े एक कार पर गिर गई, गनीमत रही कि उस समय बिजली सप्लाई ठप थी।
संजीव श्रीवास्तव/आवाज़ प्लस
लखनऊ। मुंशी पुलिया डिवीजन अंतर्गत रेम्बो सिटी सड़कों व घरों की छत के समीप से गुजरे बिजली के हाईटेंशन तार (नंगी हालत में) दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे है, कई जगहों पर घर के काफी करीब से गुजरे नंगे तार खतरनाक स्थिति में हैं. थोड़ी भी चूक हुई, तो वहां रहने वाले लोगों की जान जा सकती. कई बार शिकायत करने के बाद भी बिजली विभाग के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया. इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
यदि हाल में ही रेम्बो सिंटी में अवैध रूप से बने डायमंड हाइट को बिजली उपलब्ध कराने और 11 केवी हाईटेंशन लाइन स्थापित करने की जरूरत थी, तो उस समय मुंशी पुलिया डिविजन के अधीनस्थ अधिकारियों ने अंडरग्राउंड हाई टेंशन लाइन स्थापित करने का एस्टीमेट क्यों नहीं दिया, जबकि उस समय स्थानीय निवासियों ने इस हाईटेंशन लाइन स्थापित करने पर सख्त आपत्ति जताई थी।
रेम्बो सिटी के निवासियों द्वारा 2019 में लगातार इस हाईटेंशन लाइन स्थापित करने का विरोध करने के कारण इस लाइन को बनने के उपरांत दो साल तक चालू नहीं किया गया, लेकिन ततकालीन रिश्वतखोर ऑफिसर द्वारा रिश्वत के पैसे को हजम न कर पाने के कारण कोरोना महामारी का लाभ उठाते हुए 2021 में चोरी छिपे से चालू कर दिया गया, इस बात की जानकारी स्थानीय निवासी को तब हुई जब एलटी लाइन की एक तार टूट कर नीचे खड़े एक कार पर गिर गई, गनीमत रही कि उस समय बिजली सप्लाई ठप थी।
बताते चलें कि कॉलोनी में खासतौर पर जहां रोड 15 फीट से भी कम हो 11 केवीए की लाइन के लिए कई मापदंड है जैसे की 4 फीट की दूरी का मापदंड, हाईटेंशन तार के नीचे जाली नहीं लगायी गयी है और न ही कोई सुरक्षा कवच की व्यवस्था की गयी है, जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, लाइन बिछाने की पूरी एक सर्वे होता है जिसमें सुरक्षा दृष्टि से कई तथ्यों को ख्याल भी रखा जाता है.... विद्युत सुरक्षा व तय मापदंड के तहत मकान से 4 फीट की दूरी पर पोल होना चाहिए। यहां पर मकानों से सटाकर ही 11 केवी लाइन के लिए बिजली पोल लगा दिए गए... इनसे लोगों को घरों के बिजली कनेक्शन दिए हैं। बिजली कंपनी के अधिकारियों ने सुरक्षा मापदंड का ध्यान नहीं रखा। बारिश में हवा-आंधी चलने व पतंगबाजी से हादसे की आशंका रहेगी। घरों के ऊपर से गुजर रही एचटी लाइन के कारण यहां के निवासियों के लिए खतरा बनी हुई है न हीं घरों के बाहर सही तरीके से सफाई हो पाती है, न हीं पुताई हो पाती है और तो और नगर निगम स्ट्रीट लाइट लगाने से भी मना कर चुका है यहां स्ट्रीट लाइट लगी भी नहीं..
हैरानी की बात यह है कि मुंशी डिवीजन अंतर्गत तत्कालीन अधिकारियों द्वारा चंद रुपए के लालच में विद्युत सुरक्षा के मापदंडों का ध्यान रखे बगैर ही 11 केवी लाइन के लिए पोल लगा दिए। सवाल यह उठता है कि जब कॉलोनी में जब पहले से ही एलटी लाइन है तो एचटी लाइन बिल्कुल सटा हुआ कैसे बन सकता है? एक उपभोक्ता द्वारा जब इसी प्रकार का प्रश्न स्थानीय अवर अभियंता से पूछता है तो अवर अभियंता का हास्यास्पद बयान कि क्या पता अपने एचटी लाइन बनने के बाद में मकान बनवाया हो?
बताते चले कि कल ही कानपुर जिला में एक युवक घर में काम करने के दौरान एचटी लाइन के चपेट में आ गया नतीजा जलकर वह पूरी तरह राख हो गया सिर कटकर अलग गिर गए.. कुछ दिन पहले ही बिजलीघर पर विभागीय वर्कशॉप के सामने एचटी लाइन एलटी लाइन के ऊपर गिर गई। इस वजह से हाईडिल कॉलोनी के करीब 25 क्वार्टरों में रह रहे बिजली महकमे के ही अधिकारी/कर्मचारियों के लाखों रुपये के विद्युत उपकरण फुंक गए। बिजली दफ्तर में भी कंप्यूटर आदि जलने से काफी नुकसान हुआ है। यदि आम भाषा में कहें तो इस 11 केवी बिजली तार के नीचे बने घर के निवासियों को बिजली विभाग सीधे मौत को आमंत्रण दे रहा है।
एक शिकायत के आधार पर रेम्बों सिटी का जायजा आवाज प्लस टीम ने लिया...जहां पर पाया गया कि कुछ मकान की छतों से सीधे तौर मौत के तार झूल रहे हैं, बिजली के पोल और तार खतरनाक ढंग से लगे हैं. यहां के मुहल्ले में उलझे हुए बिजली के तार के रूप में लोगों की मौत झूल रही है, जो एक बड़े हादसे को आमंत्रित करती है. हर पोल पर तारों का मकड़जाल बन गया है.जरा सी चूक हुई कि बड़ा हादसा इंतजार कर रही है।
रेम्बों सिटी की समस्या को लेकर जब आवाज प्लस टीम ने स्थानीय अवर अभियंता कप्तान सिंह से उनके सीयूजी नंबर 9415 901360 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त करना चाही, तो अवर अभियंता द्वारा गोलमोल जवाब देते हुए अगले दिन दिखवाने की बात करते हैं... इसके उपरांत जब अगले दिन अवर अभियंता कप्तान सिंह के सीयूजी नंबर पर कॉल की जाती है तो कॉल ही रिसीव नहीं की जाती है आवाज प्लस टीम ने सीयूजी नंबर पर कई बार कॉल किया लेकिन कॉल नहीं रिसीव हो सकी.. यह सोचकर कि शायद अवर अभियंता महोदय किसी विभागीय कार्य से व्यस्त होंगे... यह चेक करने के लिए दूसरे नंबर से कॉल किया तो कॉल एक बार में रिसीव हो गई..., जिससे साफ जाहिर हो गया की अवर अभियंता महोदय इस विषय पर आवाज प्लस टीम का सामना नहीं करना चाहते।
आवाज प्लस टीम के सामने रेम्बों सिटी के एक निवासी ने जब इस विषय पर अवर अभियंता कप्तान सिंह से बात की, तो तत्कालीन राहत देते हुए अवर अभियंता कप्तान सिंह ने हाई टेंशन लाइन को ऊंचा करने की बात कहीं... लेकिन इस काम के लिए भी लगभग 3 महीने हो गए। यह हम नहीं, खुद अवर अभियंता महोदय स्वीकार करते हैं...फिलहाल स्थिति यह है कि कुछ घरों के उपर से गुजरती हाईटेंशन की तारें दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं।