Friday, 29 September 2023 00:00
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सुबह जब पंजाब पुलिस ने ड्रग्स मामले में कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा को गिरफ्तार किया तो कांग्रेस और आप के बीच पूरा खेल ही बिगड़ गया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने खुद सामने आकर कहा कि, मैं पूरे मामले की जानकारी ले रहा हूं, हम अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे.
पंजाब में कांग्रेस विधायक और कांग्रेस किसान सेल के अध्यक्ष सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास मामले की सीबीआई जांच के आदेश ने इंडिया गठबंधन के अंदर आप और कांग्रेस के बीच की खाई को और चौड़ा कर दिया है. बता दें कि बुधवार शाम जब केजरीवाल के बंगले में हुए खर्च को लेकर सीबीआई जांच के आदेश दिए गए तो इंडिया गठबंधन के लिए कांग्रेस ने अपने नेताओं को बयानबाज़ी नहीं करने की हिदायत दे दी. बता दें कि कांग्रेस के अजय माकन, संदीप दीक्षित और अलका लांबा जैसे नेता इस मामले को पहले से ही ज़ोर-शोर से उठाते रहे हैं और सीबीआई जांच की मांग करते रहे हैं.
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सुबह तक सबकुछ ठीक था और केंद्रीय नेतृत्व मौका आने पर इसे जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मामला बताने की तैयारी में था. लेकिन सुबह-सुबह जब पंजाब पुलिस ने ड्रग्स मामले में कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा को गिरफ्तार किया तो दोनों के बीच पूरा खेल ही बिगड़ गया. आप ने गिरफ्तारी को कानून के मुताबिक कार्रवाई बताया तो पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने सीधे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताकर आप पर हमला बोला. यही नहीं दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने दोपहर में केजरीवाल के बंगले पर हो रही सीबीआई जांच को जायज ठहरा दिया.
हम अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे- खरगे
अपने नेता की गिरफ्तारी के बाद भी कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व सधे अंदाज़ में ही प्रतिक्रिया दे रहा है. पंजाब के बाहर के और केंद्रीय नेता टीवी पर बयान देने से दूर हैं. पार्टी और चंद नेताओं ने इसे बदले की भावना से उठाया कदम बताया है लेकिन आप पर तीखा हमला करने से बचते दिखे हैं. पार्टी के भीतर आप के खिलाफ नाराज़गी देख कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने खुद सामने आकर कहा कि, मैं पूरे मामले की जानकारी ले रहा हूं, हम अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे.
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की बढ़ी परेशानी
कुल मिलाकर इंडिया गठबंधन में आप और कांग्रेस के बीच टकराव की शुरुआत हो चुकी है, जिसने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को परेशानी में डाल दिया है. अब वो इसे राज्य का मसला कहकर पल्ला भी नहीं झाड़ सकते, इसीलिए खुद खरगे को सामने आना पड़ा है. इस मसले को जल्द ही कांग्रेस आलाकमान आप और इंडिया के नेताओं के साथ उठाने जा रहा है, उससे पहले वो संयम बरतता हुआ दिखना चाहता है, जिससे गठबंधन धर्म तोड़ने की तोहमत न लगे. इस सबके बावजूद एक बड़ी दरार जरूर पड़ गई है, जिसे पाटने में दिक्कतें जरूर आने वाली हैं.