Monday, 08 January 2024 00:00
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हर गांव में बिजली पहुंचने की सरकार के दावे को विभाग के अधिकारी/कर्मचारी पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। जिले के बबेरू तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत पल्हरी में 24 ऐसे किसान हैं, जिन्हें 2019-20 में बिजली के मीटर थमा दिए गए और कहा गया कि जल्दी ही गांव में विद्युतीकरण होगा। 4 साल गुजर जाने के बाद भी अभी तक उनके घरों में बिजली नहीं पहुंची, लेकिन मोबाइल में बिल पहुंचने लगे हैं। बिल जमा न करने पर विभाग इन्हें जेल भेजने की धमकी तक देने लगा है।
मीटर मिलने के बाद इन किसानों के घरों में बिजली आने की खुशहाली, 4 साल बाद मायूसी में बदल गई। अब सिर्फ लोग आस लगाए हैं, शायद उनके घरों में बिजली आने से जल्दी अंधेरा दूर हो जाएगा। अब बिजली न आने से किसानों के परिवार विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को कोस रहे हैं।
बिना लाइट पहुंचा किसानों के पास बिल
सरकार दावा कर रही है कि हर गांव में बिजली पहुंच गई है। हालांकि सरकार के दावे को विभाग के अधिकारी कर्मचारी पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। जिले के बबेरू तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत पल्हरी में 24 ऐसे किसान हैं। जिन्हें 2019-20 में बिजली के मीटर थमा दिए गए और कहा गया कि जल्दी ही गांव में विद्युतीकरण होगा। 4 साल गुजर जाने के बाद भी अभी तक उनके घरों में बिजली नहीं पहुंची, लेकिन मोबाइल में बिल पहुंचने लगे हैं। बिल जमा न करने पर विभाग इन्हें जेल भेजने की धमकी तक देने लगा है। कई बार विभाग में शिकायत के बाद भी अभी तक विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
इसी गांव के किसान शिव शंकर ने बताया कि बिजली विभाग के ठेकेदार 2019-20 में गांव पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि तुम्हारे गांव में बिजली आने वाली है। जिन्हें बिजली का कनेक्शन लेना हो अपना-अपना नाम बता दें। नाम बताने पर करीब 24 किसानों को बिजली के मीटर दे दिए गए। धीरे-धीरे 2 साल गुजर गए न बिजली के तार खींचे गए और न पोल लगाए गए। इसके बाद भी हमारे मोबाइल में बिजली के बिल आने लगे। तब हम सब किसानों ने विभाग में जाकर शिकायत दर्ज कराई तो वहां के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्दी ही तुम्हारे यहां बिजली की लाइन खींची जाएगी। साथ ही कहा कि जो बिल आ रहा है, उसे माफ कर नए सिरे से बिल शुरू होंगे। यह आश्वासन मिलने के बाद भी अब 4 साल हो गए लेकिन लाइन नहीं आई, बिल लगातार आ रहे हैं।
बिना बिजली के भेजा बिल
सोमवार को जिला अधिकारी से शिकायत पर करने पहुंचे इन किसानों ने बताया कि लगातार शिकायत करने के कारण दो महीने पहले विभाग ने वहां 30 पोल डलवा दिए हैं। 2 महीने बाद भी न खंभे गाड़े गए और न लाइन खींची गई। उल्टा विभाग की ओर से उपभोक्ता किसानों से वसूली के लिए दबाव बनाया जा रहा है। हम बिना बिजली के बिल का भुगतान कैसे करें। किसानों ने इस सिलसिले में जिला अधिकारी को संबोधित शिकायती पत्र दिया है। किसानो का कहना है कि वह पहले भी इस तरह के कई शिकायती पत्र दे चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें किसी तरह का ठोस आश्वासन नहीं मिला है।
उपभोक्ता फोरम में जाने की तैयारी
किसानों ने कहा कि अगर जल्दी हमारे गांव में बिजली नहीं आई तो मजबूरन हम उपभोक्ता फोरम की शरण में जाएंगे। पीड़ित किसानों में मिथिला देवी,जगपाल वर्मा, वेलपतिया, शिव शंकर, मन्नू देवी, पियरिया देवी, मोहनिया जमुना देवी, सुमेरा, कुसमा देवी, उत्तम कुमार, सुनील कुमार, महेश्वरी, कामतु वर्मा आदि शामिल है। इस संबंध में मुख्य अभियंता दक्षिणांचल विद्युत बांदा से बात करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं हो पाई।