Thursday, 14 September 2023 00:00
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हिमाचल में व उत्तराखंड में मौतों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में 428 लोगों की जानें जा चुकी हैं साथ ही 70 सड़कें बंद कर दी गई हैं. इसके अलावा 2611 मकान धवस्त हो चुके हैं.
हिमाचल प्रदेश में दो सप्ताह से कमजोर तक मानसून कमजोर बढ़ गया था, जिसके बाद फिर से सक्रिय होने की संभावना है , मानसून सक्रिय होने से राज्य के मैदानी क्षेत्रों में लोगों को उमस भरी गर्मी से छुटकरा मिलेगा. लेकिन उत्तराखंड और हिमाचल में आ रही तबाही ने लोगों को बड़ी बुरी तरह से तोड़ दिया है. उन लोगों का चिंताएं काफी बढ़ गई है जिनके घर बरसात के कारण गिर चुके हैं. इस प्राकृतिक तबाही के कारण 11 हजार से अधिक लोगों के घर-मकान गिर चुके हैं और वह अपने घर से बेघर हो चुके हैं.
8,679 करोड़ का नुकसान
प्रदेश में इस बार मानसून कहर बनकर बरसा है. लगातार हो रही बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश में सरकारी व निजी संपत्तियों के साथ-साथ अब की बार काफी लोगों का काफी नुकसान देखा गया है. आपको बता दें प्राकृतिक आपदा के चलते हिमाचल प्रदेश में 8,679 करोड़ का नुकसान हो चुका है. जबकि 428 से अधिक लोगों की जानें भी जा चुकी हैं.
बना रहेगा 17 सितंबर तक ऐसा ही मौसम
गुरुवार यानी आज से हिमाचल प्रदेश के अधिकांश जिलों में मानसून का असर देखने को मिलेगा. मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि आज से मानसून एक बार फिर सक्रिय हो रहा है और मानसून 17 सिंतबर तक इसी तरह अपना प्रभाव बनाए रखेगा.
इसके साथ ही राज्यों के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश और तुफान के चलते लोगों को काफी मुश्किलों के साथ सामना करना पड़ सकता है.लगातार भूस्खलन चलते दो एनएच सहित 63 सड़कें अभी भी बंद पड़ सकती हैं. प्रदेश में 250 से ज्यादा बस रुट ऐसे हैं जिन पर 2 महीने से बस सेवा बंद की गई है.