Tuesday, 04 July 2023 00:00
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चंडीगढ़। उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) पर रोपड़ जेल में रहने के दौरान खर्च हुए 55 लाख रुपये के विवाद ने अब नया मोड़ ले लिया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर के बेटे रणइंदर पर मुख्तार अंसारी के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि भले ही पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) इस बात से इनकार कर रहे हों कि वह अंसारी को नहीं जानते हैं, लेकिन उन्हें अपने बेटे रणइंदर से पूछना चाहिए कि यह गैंगस्टर कौन है?
उन्होंने एक और बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी और उसके भतीजे उमर अंसारी के नाम पर रोपड़ जिला में वक्फ बोर्ड की जमीन है. यह भी पूर्व सीएम कैप्टन के बेटे से पूछा जाना चाहिए. उन्होंने कि सरकार अंसारी पर खर्च हुए 55 लाख रुपये पूर्व सीएम कैप्टन और पूर्व जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा से ही वसूल किए जाएंगे. सीएम मान ने कहा कि अंसारी के मामले में और भी बड़े खुलासे किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कैप्टन अपने बेटे रणइंदर से पूछें कि वह अंसारी से कितने बार मिले हैं. वह पंजाब पुलिस को नए वाहन सौंपने के बाद मीडिया कर्मियों से बात कर रहे थे।
सीएम मान ने दावा करते हुए कहा कि अंसारी पर एमएलए एमपी कोर्ट में केस चल रहा था, इस दौरान 2019 में अंसारी ने रणइंदर से संपर्क किया था. उस पर रंगदारी का केस बना कर उसे रोपड़ जेल लाया गया था. उसकी पत्नी भी जेल के पास ही एक कोठी किराए पर लेकर रह रही थी. उत्तर प्रदेश सरकार ने 25 बार पंजाब सरकार को अंसारी को पुलिस को सौंपने करने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा कि पूर्व जेल मंत्री रंधावा कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि जेल में कौन आया कौन गया, जबकि उन्होंने कैप्टन अमरिंदर को अंसारी को लेकर चिट्ठी लिखी थी. इसके बाद यूपी पुलिस सुप्रीम कोर्ट गई थी. पंजाब सरकार ने अंसारी को बचाने के लिए वकीलों की फीस पर 55 लाख रुपये खर्च किए थे।
सीएम मान ने कहा कि कैप्टन कहते हैं मुझे अनुभव नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं कैप्टन अमरिंदर के साथ 3 साल तक संसद का सदस्य रहा हूं. मान ने कहा कि संसद में मेरी हाजिरी 90 फीसदी थी, जबकि कैप्टन अमरिंदर की हाजिरी 6 फीसदी थी. उन्होंने कहा कि जब कैप्टन सांसद थे तो संसद में नहीं जाते थे, जब एमएलए थे तो विधानसभा नहीं आते थे और सीएम थे तो सचिवालय नहीं जाते थे. इसलिए ऐसा अनुभव किस काम का जो पंजाब के खजाने को चपत लगा रहा हो।