Tuesday, 05 September 2023 00:00
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कच्चे तेल की कीमतें 89 डॉलर पर पहुंच गई हैं. आने वाले दिनों में दाम 90 डॉलर के पार जा सकते हैं. जिसकी वजह से भारत में सस्ते पेट्रोल और डीजल की उम्मीदें धुमिल होती जा रही हैं. भारत में मई 2022 से फ्यूल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
ओपेक प्लस की ओर से सप्लाई कम करने की उम्मीद है. दूसरी ओर अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दरों को लेकर आक्रामक तेवर को थोड़ा नरम करने के संकेत दिए हैं. इसी वजह से इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतें 90 डॉलर के पार जा सकता है. खाड़ी देशों से लेकर न्यूयॉर्क तक में 10 दिन में कच्चे तेल की कीमतें करीब 9 फीसदी तक बढ़ चुकी है. ऐसे में भारत फ्यूल की कीमतों के सस्ता होने की उम्मीदें धुमिल होती जा रही हैं.
सरकार चाहती हैं कि कच्चे तेल के दाम 90 डॉलर से कम रहें, लेकिन सऊदी अरब और रूस दोनों कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा करना चाहते हैं. इसी वजह से अपने प्रोडक्शन कट को अक्टूबर तक बढ़ाने का फैसला लिया है. दूसरी ओर डॉलर इंडेक्स में गिरावट का फायदा भी कच्चे तेल को मिलता रहा है. साथ ही चीन की ओर से डिमांड में इजाफा देखने को मिल रहा है.
OANDA के विश्लेषक क्रेग एर्लाम ने रॉयटर्स से बात करते हुए कहा कि सऊदी अरब और रूस किसी भी समय कटौती वापस ले सकते हैं, लेकिन मैं कल्पना नहीं कर सकता कि वे किसी भी जल्दबाजी में होंगे और कीमतों में फिर से गिरावट का जोखिम उठाएंगे. दुनिया के सबसे बड़े इंडिपेंडेंट ऑयल ट्रेडर विटोल के सीईओ रसेल हार्डी ने कहा कि रिफाइनरी मेंटेनेंस की वजह से अगले छह से आठ सप्ताह में ग्लोबल कच्चे तेल की सप्लाई में सुधार हो सकता है. ऐसे में कच्चे तेल की स्थिति थोड़ी टाइट बनी रह सकती है.
कच्चे तेल की कीमत में इजाफा
कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. 4 सितंबर को इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड वायदा 45 सेंट बढ़कर 89 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. जबकि 24 अगस्त के बाद से ब्रेंट क्रू के दाम में 7 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है. यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई) अक्टूबर वायदा 40 सेंट बढ़कर 85.95 डॉलर हो गया. 24 अगस्त के बाद से इसमें भी करीब 9 फीसदी कही तेजी देखने को मिली है. आने वाले दिनों में इसके 95 डॉलर के पार जाने की उम्मीद है.
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत
वहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश के महानगरों में आखिरी पेट्रोल और डीजल की कीमत में 21 मई के दिन बदलाव देखने को मिला था. उस वक्त देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में टैक्स को कम किया था. उसके बाद कुछ प्रदेशों ने वैट को कम या बढ़ाकर कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया था. दिलचस्प बात ये है कि जब से देश में इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में रोज बदलाव होने की शुरुआत हुई है, तब से यह पहला मौका है जब पेट्रोलियम कंपनियों ने रिकॉर्ड टाइमलाइन के दौरान कोई बदलाव नहीं किया है.