कई महीने से पति के बीमार, उसके उपरान्त देहान्त होने के कारण उपभोक्ता को घर बिजली का बिल रूपया 57000 पहुॅच जाने के कारण पैसा वसूलने गई रिकवरी टीम यदि उपभोक्ता द्वारा दिया जा रूपया 20000.00 रिकवरी टीम जमा करा लेती, तो उपभोक्ता की लाइट नहीं कटा जाता, और आज हालात यहां तक नहीं पहुॅचती, यहां बताना भी चाहूंगा कि उस समय 25 प्रतिशत की राशि भी जमा करा रही थी।
लखनऊ। निविदाकर्मी पवन सिंह पर 45000 हजार रुपए ठगने का शिकायत ऊर्जा मंत्री से लेकर अध्यक्ष पावर कॉरपोरेशन, राज महिला आयोग की अध्यक्ष, प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग, मुख्य अभियंता लेसा ट्रांस गोमती, प्रबंध निदेशक मध्यांचल, अधीक्षक अभियंता द्वितीय व गोमती नगर विस्तार के थाना प्रभारी को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई करते हुए दोषियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने का निवेदन तक किया, लेकिन कोई कारवाई नहीं हुआ। अभी हॉल में ऊर्जा मंत्री ने निविदा कर्मचारी पवन सिंह के खिलाफ कारवाई की बात भी कहीं, लेकिन ऊर्जा मंत्री की बात भी हवा हवाई रही, लेकिन लगभग 06 माह व्यतीत होने के बावजूद भी उपभोक्ता को किसी भी स्तर से कहीं से भी न्याय नहीं मिल सका, निविदाकर्मी के खिलाफ शिकायत करने पर विजिलेंस टीम ने घर पहुंचकर कुर्की कराने की धमकी देने के उपरान्त निराश उपभोक्ता अपने पूरे परिवार के साथ आखिरकार विद्युत नगरीय वितरण खण्ड के डिवीजन ऑफिस में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ ही गई। इसके उपरान्त अधिशासी अभियंता कार्यालय छोड़कर चले गए, अधीक्षण अभियन्ता नहीं उठा रहे, ऐसी हालात में उपरोक्त महिला के साथ कौन करेगा इंसाफ।
बताते चले कि चिनहट डिवीजन अंतर्गत सतरिख रोड निवासी श्रीमती सरोज कश्यप कई महीने से पति के बीमार, उसके उपरान्त देहान्त होने के कारण बिजली का बिल रूपया 57000 पहुॅच जाने के कारण रिकवरी टीम पैसा वसूलने के लिए उसके घर गई, इसके उपरांत उपभोक्ता द्वारा रूपया 20000.00 रिकवरी टीम को दिया जा रहा था, जिसको लेने से रिकबरी टीम मना कर दिया, और लाइट काट दी।
घर के कटे कनेक्शन को जुड़वाने के लिए फरवरी माह से लग रही है चक्कर
बताते चलें कि श्रीमती सरोज कश्यप का परिवार पति के देहांत के बाद आर्थिक तंगी से गुजर रहा था जिसके कारण समय पर बिजली का बिल का भुगतान नहीं कर सकी नतीजा उनका बिजली का बिल रूपया 57000.00 हो गया। इतना अधिक बिल होते देख विभाग हरकत में आया, और आनन फानन में तत्कालीन अवर अभियंता की अगुवाई में रिकवरी/विच्छेदन टीम पहुंच गई उसके घर की लाइट काटने के लिए... लाइट कटता देखकर उपभोक्ता ने किसी तरह रूपया 20000.00 देने की बात स्वीकार की, लेकिन रिकवरी टीम द्वारा पूरा पैसा जमा करने की बात कहते हुए घर का कनेक्शन काट दिया जाता है।
आखिर यह नौबत क्यों आई
कनेक्शन काटने के उपरांत बिजली पानी की दिक्कत देखते हुए उपभोक्ता द्वारा बिजली संयोजन को किसी लाइनमैन के द्वारा रूपया 500.00 देकर जुड़वा लिया जाता है, लेकिन उपभोक्ता की किस्मत खराब रही... कटिया लगाने के उपरांत विजिलेंस की टीम अपना सब कुछ काम धाम छोड़कर सिर्फ एक घर में जो कि उपभोक्ता का था पहुंच गई और रंगे हाथ बिजली चोरी करते हुए पकड़ लिया गया, जिसके कारण कटिया भी उतर गई।
कर निर्धारण का अता पता नहीं
5 जुलाई 2023 को विजलेंस ने उपभोक्ता के घर छापा मारा था, लेकिन 5 फरवरी से लेकर 20 जुलाई तक उपभोक्ता ने सैकड़ो की संख्या में चिनहट डिवीजन का चक्कर लगाया अधिकारियों/कर्मचारियों के हाथ पैर जोड़े, लेकिन सुनवाई कहीं नहीं हुई।
फरिश्ते के रुपए प्रकट हुआ निविदा कर्मचारियों पवन सिंह
चिनहट डिवीजन के सैकड़ो चक्कर लगाने के उपरांत अचानक एक निविदा कर्मचारी जिसने अपना नाम पवन सिंह द्वारा अपने आप को विभागीय कर्मचारी बताते हुए बताया कि आपके ऊपर कुछ जुर्माना लगा है उसकी अदा कर दीजिए कनेक्शन आपका जोड़ दिया जाएगा... उसके उपरांत उपभोक्ता द्वारा लगातार पवन सिंह के संपर्क में रहे इस दौरान पवन सिंह द्वारा मौखिक रूप से बताया गया कि आपका कर निर्धारण रूपया 140000 रुपए किया गया है, जबकि वास्तव में उसका कारण निर्धारण रूपया 40988 रुपए ही था जिस पर उपभोक्ता ने उपरोक्त राशि देने में असमर्थथा जताई, और पवन सिंह से कुछ बिल कम करने का निवेदन किया, इसके उपरांत पवन सिंह ने कहा कि यदि आप रूपया 80000 दे दो, तो सारा मामला खत्म हो जाएगा और आपके कनेक्शन को जोड़ दिया जाएगा.. लेकिन उपभोक्ता यह भी राशि देने के लिए तैयार नहीं हो पाया क्योंकि वह खुद ही असमर्थ था अगर यह पेमेंट होता तो बिल न जमा कर देता, खैर उपभोक्ता के बार-बार निवेदन पर पवन सिंह ने रूपया 40000 की मांग की, जिस पर उपभोक्ता द्वारा एक बार में रूपया 20000 और दूसरे दिन रूपया 25000 नगद पवन सिंह को दिया, पवन सिंह द्वारा जल्द उसके काम करने का भरोसा दिया... 2 दिन के उपरांत जब उपभोक्ता ने निविदा कर्मचारियों पवन सिंह से कनेक्शन जोड़कर मीटर लगाने की बात कही... पवन सिंह द्वारा खुद जोड़ लेने की बात कही और कहा मीटर दो-चार दिन में लग जाएगा।
निविदा कर्मचारी पवन सिंह की बातों में आकर उपभोक्ता ने अपने घर की लाइट को जुडा लिया और मीटर लगने का इंतजार करने लगा... कुछ दिन के उपरांत एक बार फिर विजिलेंस द्वारा उपभोक्ता को बिजली चोरी करते हुए पकड़ लिया जाता है, इसके उपरांत यह पता चलता है कि उक्त पवन सिंह द्वारा कर निर्धारण की कोई भी राशि विभाग में जमा ही नहीं की, लिहाजा इस बार उसका कर निर्धारण रूपया 1,56,072.00 बनाया गया, तब उपभोक्ता को पहली बार एहसास हुआ की उपरोक्त कर्मचारी पवन सिंह ने हमारे साथ ठगी का काम किया है।
अधिशासी अभियंता भी नहीं कर सके कुछ
उपरोक्त सभी मामले को लेकर जब उपभोक्ता ने एक बार फिर अधिशासी अभियंता से संपर्क किया और पवन सिंह के कारनामे को बताया, तो अधिशासी अभियंता द्वारा बताया गया कि इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते हैं आपकी स्थिति को देखते हुए बहुत ज्यादा हम यह कर सकते हैं की दूसरा कर निर्धारण जो बना हुआ है उसको आप जमा कर दिन पहले वाला हम माफ कर देंगे।
परेशान विधवा महिला अपने साथ हुए घटना की जानकारी ऊर्जा मंत्री से लेकर अध्यक्ष पावर कॉरपोरेशन, राज महिला आयोग की अध्यक्ष, प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग, मुख्य अभियंता लेसा ट्रांस गोमती, प्रबंध निदेशक मध्यांचल, अधीक्षक अभियंता द्वितीय व गोमती नगर विस्तार के थाना प्रभारी को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई करते हुए दोषियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने का निवेदन किया लेकिन उपभोक्ता को कहीं से भी न्याय नहीं मिल सका।