Monday, 23 October 2023 00:00
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उपखण्ड अधिकारी और अवर अभियंन्ता को सिटी हॉस्पिटल का बकाया बिजली बिल वसूलने का प्रयास करना महंगा पड़ गया। पैसा तो मिला नहीं , लेकिन हॉस्पिटल संचालक डॉ जे. के गौतम द्वारा उपखण्ड अधिकारी सत्यम त्रिपाठी व अवर अभियंन्ता चित्रसेन प्रसाद पर गुंडा कहने का आरोप जरूर लग गया।
गाजीपुर। ताजा मामला मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बैजलपुर युसूफपुर स्थित सिटी हॉस्पिटल का है, जहां डायरेक्टर डॉ जे.के गौतम ने बिल वसूलने पहुंचे स्थानीय पावर हाउस के उपखण्ड अधिकारी सत्यम त्रिपाठी व अवर अभियंन्ता चित्रसेन प्रसाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि बीते तेरह अक्टूबर को हॉस्पिटल पर कई लोगों के साथ आकर अभद्रता करते हुए गुंडा शब्द से संबोधित करते हुए जाति सूचक शब्दों का गालियां देते हुए बिल दिखाने की मांग करने लगे मेरे द्वारा बिल दिखाते ही उपखण्ड अधिकारी ने उसे फर्जी बताया।
लेकिन हैरानी कि बात तो यह है कि हास्पिटल में एक महिला स्टाफ ने भी बताई कि सर को उपखण्ड अधिकारी ने जातिसूचक शब्द से गाली दिये। वहीं इस संबंध में उपखण्ड अधिकारी सत्यम त्रिपाठी ने बताया कि सिटी हास्पिटल के डायरेक्टर दो हजार अठारह से कनेक्शन लिया है, तबसे उन्होंने एक बार भी विजली बिल का भुगतान नहीं किया है।
इसी के संबंध में हम अपने टीम के साथ सिटी हॉस्पिटल गया था।वहीं एक सवाल पर उपखण्ड अधिकारी ने कहा कि सिटी हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं जांच करने पर मालूम हो जायेगा। उन्होंने बताया कि एक बयालीस हजार रुपए कि बिल दिखाया गया जिसका सत्यता का प्रमाण नहीं मिलने के वजह से फोटोशॉप या किसी मैनुअल माध्यम से बनाई गई है।
वहीं इस बाबत अवर अभियंन्ता चित्रसेन प्रसाद ने अपने बयान में हॉस्पिटल डायरेक्टर को गुंडा बताते हुए कहा कि मेरे अधिकारी को मारने के लिए खड़े हो गए थे किसी तरह बीच बचाव किया गया. लेकिन सवाल यह उठता है कि अवर अभियंन्ता को क्या यह शब्द बोलना चाहिए?
बरहाल हॉस्पिटल संचालक भी पूरे साक्ष्य के साथ आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।