Wednesday, 13 September 2023 00:00
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बिजली की चोरी रोकने के लिए बिजली विभाग के द्वारा एक नया अभियान शुरू किया है। इसके तहत विभाग के अधिकारी अब लोगों के घरों में जाकर उनके मीटर की जांच करेंगे। इस दौरान अधिक बिजली बिल आने की शिकायतों की तो जांच होगी, साथ ही जो लोग मीटर में गड़बड़ी कर बिजली की चोरी कर रहे हैं वे भी पकड़ में आएंगे। वहीं, पावर कारपोरेशन के चेयरमैन भी खुद फील्ड में उतर गए हैं। वाराणसी में उन्होंने खुद कई स्थानों पर मीटर रीडिंग चेक की।
यूपी में बिजली लाइन लॉस को लेकर विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। बिजली चोरी से निपटने के लिए तरह तरह के उपाय किए जा रहे हैं। कभी आधी रात छापेमारी हो रही है तो कहीं भोर में कटिया से बिजली जला रहे लोगों का केबिल काटा जा रहा है। विभाग से बिजली कनेक्शन लेने के बाद भी तरह तरह से चोरी के मामले सामने आ रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए अब नई तरीका निकाला गया है।इस अभियान के तहत कनीय विद्युत अभियंता, सहायक विद्युत अभियंता से लेकर विद्युत कार्यपालक अभियंता तक सभी लोगों के घर जाएंगे व उनके मीटर की जांच करेंगे। यह अभियान शहरी व ग्रामीण दोनों इलाके में चलाया जाएगा। अभियान के तहत लोगों के विद्युत संबंध की गहन जांच की जाएगी। अधिकारी इस बात की जांच करेंगे कि उपभोक्ता द्वारा मीटर बाईपास हुकिंग, मीटर टेंपर्ड तथा सर्विस वायर में कटिंग तो नहीं की गई है। जांच के दौरान यदि उपभोक्ता के द्वारा इस तरह के काम को अंजाम देने की बात सामने आती है तो मौके पर ही उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान अगर उपभोक्ता का मीटर डिफेक्टिव पाया जाता है या उनके घर में काला मीटर लगा है तो उसे नियम अनुकूल बदल दिया जाएगा। इतना ही नहीं यदि किसी उपभोक्ता का मीटर घर के अंदर पाया जाता है तो उसे तुरंत डोर बेल पॉइंट पर लगाया जाएगा। अभियान के दौरान यदि उपभोक्ता के यहां बकाया लंबित पाया जाता है तो उन्हें जल्द से जल्द वसूली के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। वहीं, पावर कारपोरेशन के चेयरमैन भी खुद फील्ड में उतर गए हैं। वाराणसी में उन्होंने खुद कई स्थानों पर मीटर रीडिंग चेक की।
प्रयागराज में मुख्य अभियंता पीके सिंह ने सभी खंड और उपखंड अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह मीटर रीडरों के साथ डोर-टू-डोर मीटरों की जांच करेंगे। अगर मीटर में गड़बड़ी मिलती है तो संबंधित कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी और कार्रवाई होगी। जरूरत पड़ने पर विभाग के दूसरे कर्मचारियों की भी इस काम में ड्यूटी लगाई जाए। शहरी क्षेत्र में करीब साढ़े तीन लाख बिजली के उपभोक्ता हैं। जिसमें करीब 85 हजार स्मार्ट मीटर के उपभोक्ता हैं। बाकी के उपभोक्ताओं के यहां मीटर रीडिंग के लिए मीटर रीडर जाते हैं।
कई मोहल्लों में समय से मीटर रीडिंग नहीं होने और मीटरों में हजारों यूनिट बिजली स्टोर की शिकायत है। जिसके बाद मुख्य अभियंता ने विभागीय अधिकारियों को उपभोक्ता के घर जाकर मीटर की जांच के आदेश दिए हैं।
वहीं वाराणसी में पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डॉ आशीष गोयल ने खुद कई ग्राहकों तक पहुंचे। उपभोक्ताओं से मिले फीडबैक पर चेयरमैन ने पूर्वांचल के एमडी शंभु कुमार की पीठ भी थपथपाई। चेयरमैन मंगलवार को वाराणसी पहुंचे और शहर में उपभोक्ताओं से सीधे बात की। लगभग तीन घंटे तक चैयरमैन शहर के विभिन्न इलाकों में कई उपभोक्ताओं के घरों में गए। मीटर रीडिंग खुद चेक किया। रीडरों से मौके पर ही बिल निकलवा कर जांच कराई। बिलिंग एजेंसी के कर्मचारियों से बात की। उनका पहचान पत्र चेक किया। बिल बनाने की प्रक्रिया जानी। इस दौरान उन्होंने उपभोक्ताओं से पूछे जाने वाले प्रश्नों की सूची बनाने का सुझाव दिया। अधिकारियों को हिदायत दी कि उपभोक्ताओं से प्यार से बात करें।
कहीं खामियां न मिलने की चर्चा
चेयरमैन के निरीक्षण में कहीं कोई खामी न मिलने की चर्चा जोरों पर रही। गलत बिलिंग और त्रुटिपूर्ण बिल को लेकर उपभोक्ताओं की परेशानी किसी से छिपी नहीं है मगर इस संबंध में चेयरमैन को एक भी शिकायत न मिलना आश्चर्यजनक है। कार्रवाई बचने के लिए अभियंताओं ने ऐसी जगह का चयन किया, जहां पर बिलिंग व्यवस्था बेहतर है।
शिकायतकर्ता की सूचना जा रही बाहर
चेयरमैन रथयात्रा-सिगरा मार्ग स्थित एक मार्केट पहुंचे। उन्होंने दुकानों पर लगे मीटरों की जांच की। इस बीच डॉ. प्रदीप कुमार जिंदल ने चेयरमैन को बताया कि विभाग में शिकायत करने पर उसकी गोपनियता नहीं रखी जा रही है। गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के बजाए उन्हें सारी जानकारी दे दी जा रही है। डॉ. प्रदीप ने बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए चेयरमैन को धन्यवाद भी दिया।
यहां से चैयरमैन सिगरा स्थित हैप्पी मॉडल कॉलोनी पहुंचे। उपभोक्ता विवेक कुमार सिंह और अविनाश उपाध्याय से बातचीत की और रीडिंग चेक कराई। डॉ. गोयल ने सामने घाट स्थित पटेल नगर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने डिस्कॉम में घंटों समीक्षा बैठक की।
एक घंटे तक रहे पीएमओ कार्यालय
चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल सबसे पहले पीएमओ कार्यालय पहुंचे थे। लगभग एक घंटे तक कार्यालय प्रभारी शिवशरण पाठक से वार्ता की। इस बीच कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई। एमडी शंभु कुमार का कहना था कि यह एक औपचारिक मुलाकात थी।