Tuesday, 26 December 2023 00:00
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सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि हिंदू धर्म, धर्म नहीं है यह सिर्फ एक धोखा है. कुछ लोगों के लिए धंधा है. RSS चीफ खुद इस बात को कह चुके हैं हिंदू धर्म नाम का कोई धर्म नहीं है, यह लोगों के जीवन जीने की कला है.
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदु धर्म को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि हिंदू धर्म, धर्म नहीं है, एक धोखा है. कुछ लोगों के लिए धंधा है. वैसै भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है. उन्होंने कहा कि RSS चीफ मोहन भागवत ने भी कहा है कि हिंदू नाम का नाम कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है.
प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है… जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में भूचाल मच जाता. स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि वोट देने के लिए हम हिंदू हैं. हिंदू के नाम पर वो वोट लेते हैं. सत्ता में लौटने के बाद हम हिंदू नहीं रह जाते.
दिल्ली: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है, ”… हिंदू एक धोखा है… वेसै भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भी दो बार कहा है कि चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है.
सपा नेता ने कहा कि SC/ST/OBC आरक्षण नहीं है. अगर हिंदू मानते तो आरक्षण देते. अनुसूचित आरक्षण खत्म कर दिया है. उन्होंने कहा कि जुर्म वही होता है, जहां जुर्म सहने वाले लोग होते हैं. वहीं, उन्होंने सांसदों के निलंबन को तानाशाही बताया. सपा नेता ने कहा कि संघर्ष के रास्ते पर चलने की आवश्यकता है.
हिंदू धर्म पर पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद ने इस तरह का बयान दिया हो. स्वामी प्रसाद पहले भी हिंदू धर्म, सनातन और रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं. इसी साल कुछ महीने में लखनऊ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था.
उन्होंने उस समय भी कहा था कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह सिर्फ धोखा है. उन्होंने कहा था कि सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है.