Wednesday, 03 January 2024 00:00
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सात अक्टूबर के बाद से ही इजराइल को हमास के टॉप लीडर सालेह अरौरी की तलाश थी. इजराइल पर किए गए पहले हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद अरौरी की जान लेने की धमकी दी थी. अरौरी की मौत को लेकर इजराइल के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.
इजराइल की ओर से किए गए ड्रोन हमले में हमास के टॉप कमांडरों में गिने जाने वाले सालेह अल अरौरी की मौत हो गई है. अरौरी की गिनती हमास की सैन्य शाखा के संस्थापकों में से एक में होती थी और उसने वेस्ट बैंग में समूह का नेतृत्व किया था. हालांकि, इजराइल ने अभी तक कथित हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. सालेह अल अरौरी कई साल तक इजराइल में वांटेड भी रह चुका था.
लेबनान के हिजबुल्ला ग्रुप के टेलीविजन स्टेशन का कहना है कि दक्षिण बेरूत उपनगर में मंगलवार को हुए एक विस्फोट में सालेह अरौरी की मौत हुई है. इजराइल हमास जंग शुरू होने से पहले सात अक्टूबर को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अरौरी की जान लेने की धमकी दी थी. अरौरी फिलहाल लेबनान में रह रहा था.
कई बड़ी घटनाओं का मास्टर माइंड था आरौरी
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, खुफिया अधिकारियों का मानना है कि अल अरौरी ने जून 2014 में तीन इजराइली किशोरों गिल अद शाह, इयाल यिफराच और नफ्ताली फ्रेंकेल के अपहरण और हत्या के साथ-साथ कई और अन्य हमलों की योजना बनाने में हमास के लड़ाकों की मदद की थी.
7 अक्टूबर के हमले के बारे में पहले से जानता था अरौरी
बताया जा रहा है कि अल अरौरी पर 40 करोड़ रुपए से ज्यादा का इनाम भी था. ऐसा माना जाता है कि अरौरी को 7 अक्टूबर को हमास की ओर से किए गए हमले के बारे में पहले से पता था. अरौरी को उस समय निशाना बनाया गया जब बेरूत में फिलिस्तीनी गुट की बैठक में शामिल होने के लिए जा रहा था. तभी उसकी कार पर ड्रोन से हमला हुआ और उसकी मौत हो गई.
विस्फोट में चार लोगों की मौत
हमास ने भी अरौरी की मौत की पुष्टि कर दी है. लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा है कि ड्रोन से किए गए हमले के बाद हुए विस्फोट में चार लोगों की मौत हुई है. यह विस्फोट लेबनान की दक्षिणी सीमा पर इजराइली सैनिकों और हिजबुल्ला के सदस्यों के बीच दो महीने से अधिक समय से जारी भारी गोलीबारी के दौरान हुआ.