Sunday, 04 June 2023 00:00
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ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 288 हो गई। दुर्घटना में 1175 लोग घायल भी हुए हैं। इनमें से 382 का इलाज चल रहा है। इनमें दो को छोड़कर सभी की हालत स्थिर है। बाकी घायलों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हादसे की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनगा बाजार स्टेशन से पहले मुख्य के बजाय लूप लाइन पर चली गई थी, जहां उसकी टक्कर पहले से खड़ी मालगाड़ी से हुई।
सूत्रों के मुताबिक प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोमंडल एक्सप्रेस के लिए अप मेनलाइन का सिग्नल दिया गया और उतार दिया गया। इससे ट्रेन लूप लाइन में घुस गई। मालगाड़ी से टकराने के बाद उसके कुछ कोच पटरी से उतर गए। इस बीच, बंगलूरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस डाउन मेन लाइन से गुजरी और उसके दो कोच पटरी से उतरे कोरोमंडल एक्सप्रेस के कोच से टकराने के बाद पलट गए।
हालांकि, रेलवे के किसी भी अधिकारी ने ट्रेन के लूप लाइन में जाने की बात नहीं कही है। अभी टक्कर का कारण साफ नहीं है, लेकिन सूत्रों की मानें तो सिग्नल फेल होना संभावित कारण हो सकता है। इस बीच, देश के तीसरे भीषण रेल हादसे से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में शनिवार सुबह उच्चस्तरीय बैठक की। इसके बाद दुर्घटनास्थल पहुंचे और अस्पताल में पीड़ितों का हालचाल लिया।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार घायलों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हादसे के लिए दोषी पाए जाने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। हालात देखकर भावुक मोदी ने कहा, यह दर्दनाक और मन को विचलित करने वाली गंभीर घटना है। इसकी हर एंगल से जांच के निर्देश दिए गए हैं। ट्रैक की बहाली के लिए रेलवे काम कर रहा है। मैंने घायल पीड़ितों से मुलाकात की है।
कई राज्यों के नागरिकों ने हादसे में कुछ न कुछ गंवाया है। जो परिजन हमने खोए हैं, वे वापस नहीं ला पाएंगे, लेकिन सरकार उनके दुख में साथ है। उन्होंने पीड़ितों को दी गई मदद के लिए स्थानीय लोगों का आभार जताया। बालासोर में शुक्रवार को बंगलूरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस व शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस व एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।