Tuesday, 03 October 2023 00:00
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अन्ना हजारे के अनशन बारे में अभी तक सुनते और जानते आए हैं क्या हरियाणा के रहने वाले रामकेवल बाबा के बारे में जानते हैं. अगर नहीं जानते तो कोई बात नहीं आज हम आपको रामकेवल बाबा से जुड़ी वे सारी बातें बताएंगे जिससे आप अनजान होंगे.
दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले रामकेवल बाबा अपने अनशन को लेकर एक बार फिर से चर्चा में हैं.दरअसल सरकार ने उनकी मांगे मान ली है. रामकेवल बाबा पिछले 21 साल में 20 बार धरना या अनशन किया है. जितनी बार वे जनता की मांगों को लेकर धरना या अनशन पर बैठे हैं सरकार और प्रशासन को हर बार झुकना ही पड़ा है. वह वर्ष 2002 से लेकर अगस्त 2023 तक 20 बार अलग-अलग मांगों को लेकर धरने पर बैठ चुके हैं और हर बार सरकार ने उनकी बातें मानी.
सीवर लाइन प्रोजेक्ट पास हुआ
ताजा मामला अमृत योजना से जुड़े सीवर लाइन का है. रामकेवल बाबा के धरने के बाद 147 करोड़ की लागत वाले सीवर लाइन प्रोजेक्ट पास हो गया है. बाबा इस साल 18 से 22 अगस्त तक धरने पर बैठे थे. प्रशासन ने उनकी मांगे मानने का भरोसा दिया था. अमृत योजना के तहत सीवर लाइन डालने का काम जल्द शुरू किया जा सकता है. रामकेवल फरीदाबाद में 'अनशनकारी बाबा' के नाम से भी जाने जाते हैं. हरियाणा में रामकेवल का नाम बड़े ही आदर और सम्मान के साथ लिया जाता है. अक्सर प्रोजेक्ट को लेकर प्रशासन उनसे राय भी लेता है.
जब जनता की बात नहीं सुनी जाती तब धरने पर बैठ जाते हैं बाबा
अपने जीवन काल में 59 वसंत देख चुके बाबा को फरीदाबाद का गांधी भी कहा जाता है. जब प्रशासन या सरकार किसी जनहित के मुद्दे पर जल्दी काम नहीं करती या लोगों की समस्याओं की सुनवाई नहीं होती तब रामकेवल धरने पर बैठ जाते हैं. बता दें कि फरीदाबाद के सेहतपुर-पल्ला क्षेत्र में सीवर व रोड की समस्या है. इसी मांग को लेकर 18 से 22 अगस्त तक धरने पर बैठे थे.
बाबा के धरने के आगे झुक गई थी चौटाला सरकार
रामकेवल बाबा ने साल 2002 में ओपी चौटाला की सरकार के दौरान पहली बार आगरा-गुरुग्राम नहर पर बने 11 फुट पल्ला पुल को चौड़ा करने की मांग को लेकर धरना दिया था. चौटाला ने बाबा के धरने के कुछ दिन बाद एक रैली में पुल को चौड़ा करने की घोषणा की थी. चौटाला के ऐलान के बाद इस पुल को 22 फुट चौड़ा कर दिया गया.
कई राज्यों में भी दे चुके हैं धरना
रामकेवल बाबा हरियाणा ही नहीं बल्कि प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में भी धरना दे चुके हैं. वे हिमाचल प्रदेश के चंबा और यूपी के अमेठी में भी जनता की मांगों को लेकर अनशन और धरना दे चुके हैं. वे 2014, 2015 और 2017 में बीजेपी सरकार के दौरान भी कई बार धरना दे चुके हैं.