Wednesday, 27 September 2023 00:00
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Disease X and WHO : वैज्ञानिकों ने आने वाले सालों में किसी नई महामारी आने की आशंका जाहिर की है. इस महामारी को डिजीज एक्स का नाम दिया गया है. इसको कोविड वायरस से भी कई गुना खतरनाक बताया जा रहा है. डिजीज एक्स से 50 मिलियन मौतें होने की आशंका जाहिर की गई है.
कोरोना महामारी लगभग खात्मे की ओर है, लेकिन इस बीच वैज्ञानिकों ने एक नई महामारी को लेकर चेतावनी जारी की है. यूके के वैज्ञानिकों ने कहा है कि अगले कुछ सालों में ऐसी महामारी आने की आशंका है जो स्पैनिश फ्लू की तरह खतरनाक साबित हो सकती है. ये कोरोना वायरस से भी कई गुना घातक हो सकती है. इस महामारी का नाम Diseases X रखा गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस महामारी को लेकर चेतावनी जारी की थी. कहा था कि अगर ये महामारी आती है तो कोरोना से कई गुना ज्यादा मौतों का कारण बनेगी.
यूके में कोविड वैक्सीन टास्क फोर्स के हेड डेम केट ने कहा है कि डिजीज एक्स आने वाले सालों में दस्तक दे सकती है. ये महामारी भी कोरोना की तरह एक वायरस से बनेगी. ये वायरस किसी जानवर से फैल सकता है. इसके बाद इसका ट्रांसमिशन इंसानों में होगा और ये एक से दूसरे इंसान में तेजी से फैल सकती है. कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए घातक साबित हो सकती है. इससे 40 से 50 मिलियन लोगों की मौत होने की आशंका है.
डॉ. डेम का कहना है कि लगातार बढ़ता प्रदूषण, दुनियाभर में बढ़ रही आबादी और जलवायु परिवर्तन नई महामारी के खतरे को बढ़ा रहे हैं. अगर इन पर कंट्रोल नहीं किया गया तो जल्द ही दुनिया एक नई बीमारी के प्रकोप को देख सकती है.
25 वायरस की निगरानी की जा रही
डेम केट ने कहा है कि वैज्ञानिकों की एक टीम करीब 25 वायरस की निगरानी कर रही है. ये सभी ऐसे वायरस हैं जो इंसानों में भी फैल सकते हैं. उन्होंने कहा है कि डिजीज एक्स इबोला से भी अधिक जानलेवा हो सकता है. बीते कुछ सालों में कई नए वायरस आए हैं और पुराने वायरस फिर से एक्टिव हो रहे हैं. ऐसे में डिजीज एक्स आने का भी खतरा है.
डिजीज एक्स पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय
राजीव गांधी हॉस्पिटल में कोविड नोडल अधिकारी रहे डॉ. अजित कुमार बताते हैं कि डिजीज एक्स पर चर्चा कई सालों से हो रही है. ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी वैज्ञानिक ने इस महामारी को लेकर आगाह किया है. कोरोना महामारी के आने से पहले भी डिजीज एक्स को लेकर चर्चा की गई थी.
डॉ अजित कहते हैं कि अब दुनियाभर में फैले वायरस की ट्रेसिंग ज्यादा हो रही है. ऐसे में कभी भी किसी नई वायरस की पहचान हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि कोई बहुत खतरनाक महामारी आ सकती है. कोविड के बाद कई टीकों पर काम किया जा रहा है. ये टीके अलग-अलग वायरस से लड़ सकते हैं.
ऐसे में ये जरूरी नहीं है कि अगले कुछ सालों में कोई नई महामारी आएगी, लेकिन किसी भी नए वायरस के खतरे को देखते हुए अलर्ट रहने की जरूरत है.