Thursday, 05 October 2023 00:00
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सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ से अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है. 22 जवानों सहित 102 लोग लापता हैं. बाढ़ के कारण कई पुल बह गए. राज्य में हजारों टूरिस्टों के फंसे होने की खबर है.
सिक्किम में इस वक्त तबाही मची हुई है. मंगलवार देर रात यहां ल्होनक झील के ऊपर अचानक अचानक बादल फट गया था, जिसके कारण तीस्ता नदी में भीषण बाढ़ आ गई. इस बाढ़ में अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 23 जवानों समेत 102 से लोग लापता हैं जबकि 26 के घायल होने की खबर है. हालांकि, लापता 23 में एक जवान को बचा लिया गया है. वहीं, अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है. एनडीआरएफ की टीम तैनात है. बाढ़ की वजह से नेशनल हाईवे 10 भी बह गया. तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फीट बढ़ गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बात की. पीएम ने सीएम से हालात की जानकारी ली. उन्होंने राज्य को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. बता दें कि सिक्किम में आज भी भारी बारिश का अलर्ट है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, सिक्किम में अगले 48 घंटे भारी बारिश हो सकती है.
सिक्किम बाढ़ से जुड़े लेटेस्ट Updates…
- ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने के कारण लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई थी.
- सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में 3000 से अधिक टूरिस्ट फंसे हुए हैं.
- बाढ़ के कारण 14 पुल ढह गए हैं. इनमें 9 पुल बीआरओ के अधीन हैं और 5 राज्य सरकार के हैं.
- अब तक करीब 166 लोगों को बचाया गया है. इनमें सेना का एक जवान भी शामिल है.
- बचाव कर्मियों ने सिंगताम के गोलिटार में तीस्ता नदी के बाढ़ वाले इलाके से कई शव निकाले.
- प्रधानमंत्री मोदी ने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बात की और राज्य में अचानक आई बाढ़ से उपजे हालात की समीक्षा की. प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया.
- चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण झील में जलस्तर अचानक 15 से 20 फुट तक बढ़ गया.
- बुधवार सुबह सिंगताम में एक पुल तीस्ता नदी के पानी में पूरी तरह से बह गया.
- बुधवार दोपहर एक बजे तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे था.
- सिक्किम सरकार ने एक अधिसूचना में इसे आपदा घोषित कर दिया है.
- सिक्किम और उत्तरी बंगाल में तैनात भारतीय सेना के अन्य सभी जवान सुरक्षित हैं.
- मुख्यमंत्री तमांग ने बाढ़ के कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सिंगताम का दौरा किया.
- लगातार बारिश के कारण सड़क के नीचे चट्टान और मिट्टी खिसकने से NH-10 का एक हिस्सा धंस गया था.
- राज्य में पिछले कुछ दिनों हुई मूसलाधार बारिश के अलावा तीस्ता नदी में जल स्तर बढ़ने से कलिम्पोंग, दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी जिलों में कई स्थान प्रभावित हुए हैं.