Monday, 29 May 2023 00:00
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पटना. जनता दल (यूनाइटेड) ने 12 जून को पटना में विपक्षी दलों की पहली आधिकारिक बैठक बुलाई है. जिसमें कई गैर-भाजपा दलों के बड़े नेता शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) इस बैठक में शामिल होंगी. अगले साल लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह विपक्षी एकता की पहली बड़ी बैठक होगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक जद (यू) के एक बड़े नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अपने पार्टी सहयोगियों के साथ एक अनौपचारिक बैठक के दौरान इस बैठक की तारीख का खुलासा किया था.
वहीं नई दिल्ली में कांग्रेस (Congress) के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि ममता बनर्जी ने टीएमसी, आम आदमी पार्टी (AAP) और भारत राष्ट्र समिति (BRS) सहित कई दलों के इस कार्यक्रम के आयोजन का नेतृत्व करने के लिए नीतीश कुमार से कहा था. कांग्रेस को किसी भी भाजपा विरोधी गठबंधन के नेता के रूप में देखा जा रहा है, जिससे इन दलों को समस्या है. पिछले महीने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद से नीतीश विपक्ष को लोकसभा चुनाव से पहले एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे हैं.
इस हफ्ते की शुरुआत में जद (यू) के मुख्य प्रवक्ता और सलाहकार केसी त्यागी ने संकेत दिया था कि पटना की बैठक के आयोजन पर काम चल रहा है. त्यागी ने कहा कि था कि ‘नीतीश कुमार पहले ही सभी बड़े विपक्षी नेताओं से मिल चुके हैं और अब इसे तार्किक निष्कर्ष पर ले जाने के लिए मंच तैयार है.’ लगता है कि बिहार के मुख्यमंत्री कांग्रेस और AAP तथा कांग्रेस और टीएमसी के बीच की बर्फ को तोड़ने में सफल रहे हैं. टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि ‘विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट लड़ाई लड़ेंगे. ममता बनर्जी ने अपनी बात साफ कर दी है. अगर कांग्रेस भी इसी रास्ते पर चलती है तो इससे विपक्षी एकता और मजबूत होगी. अगर सभी पार्टियां एक साथ आती हैं, तो इससे निश्चित रूप से हमारी एकता को बढ़ावा मिलेगा.’
क्या नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एक करने में सफल होंगे?
जबकि पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ‘पटना में चाहे कुछ भी हो, उनकी पार्टी राज्य में टीएमसी से लड़ना जारी रखेगी. विपक्ष की बैठक के बावजूद और चाहे दोनों दल एक साथ आ जाएं, उनके खिलाफ हमारा आंदोलन जारी रहेगा.’ जद (यू) के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक करीब 475 सीटों पर बीजेपी और एक विपक्षी पार्टी के बीच आमने-सामने मुकाबला हो सकता है. इस बैठक में जद (यू), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर), टीएमसी के अलावा सपा, झारखंड मुक्ति मोर्चा ( JMM), आम आदमी पार्टी (AAP), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के शामिल होने की उम्मीद है.