Wednesday, 06 December 2023 00:00
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लखनऊ। ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा के दरबार में रोना रोने वाले सरोसा गांव काकोरी लखनऊ निवासी बिजली चोर श्याम बाबू गुप्ता, जिनके ऊपर अपने परिसर में शिकायत करने के ठीक चार माह पूर्व में बिना किसी वैध संयोजन के डायरेक्ट कटिया डालकर चोरी डालकर कुल 908 वाट भार की विधुत चोरी करने का मुकदमा दर्ज है, ने जनता दर्शन में दिनांक 04.12.2023 में अवगत कराया गया कि उनके द्वारा विद्युत संयोजन हेतु आवेदन किया गया, जिस पर उपखण्ड अधिकारी द्वारा स्थल का निरीक्षण किया गया तथा बताया गया कि यंहा का ट्रांसफार्मर ओवर लोड है, इसलिए संयोजन हेतु अलग से ट्रांसफार्मर लगाकर लाईन बनानी पड़ेगी। स्थल का वीडियो भी बनाया गया। उल्टा चोर कोतवाल को डांटे का मुहावरा आज यहां ठीक बैठता है..
प्रबन्ध निर्देशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि. भवानी सिंह खंगारौत के आदेश पर कार्यालय द्वारा जारी आदेश (पत्रांक संख्या 951, दिनांक 05.12.2023) में उपखण्ड अधिकारी, सरोसा फतेहगंज अमन तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए बताया गया है कि श्याम बाबू गुप्ता द्वारा जनता दर्शन में दिये गये पत्र में लिख था कि जिस ट्रांसफार्मर को उपखण्ड अधिकारी ओवर लोड बता रहे है, उसी ट्रांसफार्मर से तीन अन्य लोगों को विभाग की मिली भगत से लगभग 100 से 150 केबल खींचकर चोरी से संयोजन देकर विद्युत चोरी करायी जा रही है। इस शिकायत उपरान्त अपने उच्च अधिकारीयों के निर्देश पर उपखंड अधिकारी अमन तिवारी के साथ शिकायतकर्ता बिजली चोर श्याम बाबू गुप्ता को पुन मौके पर सत्यता की जांच के लिये भेजा गया। जांच में स्पष्ट रूप से पाया गया कि उसी ट्रांसफार्मर से तीन अन्य लोगों को लगभग 100 से 150 केबल खींचकर विभाग की मिली भगत से बिजली की चोरी कराया जाना पाया गया।
लेकिन इस पत्रकार होने के नाते हम प्रबंध निदेशक के इस आप को एक सिरे से खारिज करते हैं। यदि पत्रकारिता जांच की बात करें तो यह पूरा मामला फर्जी है ....उपभोक्ता जो कि स्वयं एक बिजली चोर है का यह शिकायत कि उपखंड अधिकारी अमन तिवारी जिस भी ट्रांसफार्मर को ओवरलोडेड बता कर संयोजन के लिए एस्टीमेट बना रहे हो रहे हैं, उसी ट्रांसफार्मर से तीन अन्य लोगों को 100 से 150 मीटर की दूरी पर बिजली विभाग के कर्मियों की मदद से अवैध संयोजन देकर बिजली चोरी कराई जा रही है.... यह आप अपने आप में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के साथ भद्दा मजाक है.... बार-बार अपने बयान से मुकरने के कारण सुर्खियों में रहने वाले ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने भी कार्रवाई के आदेश देने के पूर्व या नहीं सोचा कि संयोजन देने का काम और संयोजन सम्बन्धिंत रिपोर्ट लगाने का काम अवर अभियंता का होता है ना कि उपखंड अधिकारी का दूर दूर तक इसका कोई वास्ता नहीं होता.. दूसरी और सबसे हम बात कि क्या अपने उच्च अधिकारियों के निर्देश पर बिजली चोर श्याम बाबू गुप्ता के आवेदित संयोजन स्थल का निरीक्षण करने के और ओवरलोडेड ट्रांसफार्मर से संबंधित संयोजन का निरीक्षण करने के उपरांत अपनी पैर पर खुद कुल्हाड़ी मारते हुए अपने ही खिलाफ ही रिपोर्ट लगा दें कि वास्तव में बिजली चोर श्याम बाबू गुप्ता का आरोप सत्य है।
क्या यह संभव नहीं था कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जब बिजली चोर श्याम बाबू गुप्ता के साथ स्वयं के दिए हुए 100 से 150 मीटर केबल खींचकर अवैध संयोजन को कुछ समय के लिए अपने किसी भी चाहते लाइनमैन अथवा निविदा कर्मचारी को बोलकर वहां पहुंचने के पहले हटवा नहीं सकता था.. और दूसरी बात किसी भी संयोजन के लिए संबंधित क्षेत्र का अवर अभियंता जिम्मेदार होता है लेकिन इस पूरे प्रकरण में अवर अभियंता आनंद सिंह मतौलिया की दूर-दूर तक जिम्मेदार नहीं बनाया गया है। विभाग भी इतने वर्षों से कार्यरत उपखंड अधिकारी इतना विश्वास नहीं बना पाए हैं जितना की उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर बिजली चोरी करने वाले श्याम बाबू गुप्ता की कुछ पल की ऊर्जा मंत्री से मुलाकात ने विश्वास बना दिया।
यह हमारी रिपोर्ट में साफ-साफ प्रदर्शित है कि बिल्ली चोर श्याम बाबू गुप्ता को संयोजन नहीं दिया गया, इसलिए निलंबन हुआ है ... इस पूरे प्रकरण की निष्पक्षता पूर्वक जांच होनी चाहिए ताकि किसी अन्य अधिकारियों को इस प्रकार से कोई भी बिजली चोर उपभोक्ता ना फसा सके।
विभागीय नियम का पालन करने का फल हमें निलंबन स्वरूप हुआ प्राप्त- अमन तिवारी, निलंबित उपखंड अधिकारी
प्रबन्ध निर्देशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि. भवानी सिंह खंगारौत के आदेश पर निलंबित हुए उपखंड अधिकारी अमन तिवारी से सम्पर्क करने पर बताया गया कि श्याम बाबू गुप्ता की पूर्व में अगस्त माह में प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। साथ ही यह जो तीन चोरियां चलती पाई गई यह अन्य परिवर्तक जो की 250 केवीए का टिकरा फीडर पर स्थापित है, उसे ट्यूबवेल के संयोजन हेतु एलटी लाइन जो की आम के बाग से होकर जा रही थी, से उपरोक्त चोरी चलती पाई गई, जिसकी मौके पर वीडियोग्राफी कर प्राथमिकी दर्ज कर दी गई।
आवेदक श्याम बाबू गुप्ता के घर की दूरी 110 मीटर है। श्याम बाबू गुप्ता जिस परिवर्तक से विद्युत संयोजन मांग रहे हैं वह 16 केवीए का एक निजी जमा योजना के अंतर्गत लगाया गया था, जिसका अभी दो वर्ष भी पूरा नहीं हुआ है, इसलिए 11केवी की हाईटेंशन लाइनें से डबल पोल का 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाकर एस्टीमेट बनाकर प्रेषित किया गया था तथा उनके द्वारा बिना पैसे जमा करवाएं डायरेक्ट चोरी की जा रही थी जिस कारण अगस्त माह में इनकी एफ आई आर कराई गई। विभागीय नियम का पालन करने का फल हमें निलंबन स्वरूप प्राप्त हुआ है।