Wednesday, 11 October 2023 00:00
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अयोध्या में रामलला के पुजारियों को छह महीने के अंदर दूसरा इंक्रीमेंट मिला है. एक साल के अंदर ही दूसरी बार मिले इंक्रीमेंट के बाद मुख्य पुजारी का वेतन 32900 रुपये हो गया है. वहीं इसी प्रकार सहायक पुजारियों का वेतन बढ़ा कर 31900 रुपये कर दिया गया है. इसके लिए यहां के पुजारी लंबे समय से मांग कर रहे थे.
धार्मिक नगरी अयोध्या में रामलला के पुजारियों को बड़ा इंक्रीमेंट मिला है. एक साल के अंदर ही श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 25 हजार रुपये प्रति माह से बढ़ा कर मुख्य पुजारी का वेतन 32900 रुपये कर दिया है. इसी प्रकार वहीं सहायक पुजारियों का वेतन 20 हजार रुपये से बढ़ाकर 31900 रुपये किया है. इसके अलावा पुजारियों को स्वास्थ्य बीमा, टीए-डीए भी दिया जाएगा. इस इंक्रीमेंट पर पुजारियों ने खुशी प्रकट करते हुए ट्रस्ट का आभार प्रकट किया है.
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने मौजूदा दौर महंगाई को देखते हुए लंबे से वेतन वृद्धि की मांग की जा रही थी. इसे श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अब समझा है और इस बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा कर दिया है. ट्रस्ट ने छह महीने के अंदर यहां तैनात पुजारी और सहायक पुजारियों के वेतन में दूसरी बार वृद्धि की है. ट्रस्ट के मुताबिक मई महीने से पहले यहां तैनात मुख्य पुजारी और सहायक पुजारियों का वेतन बहुत कम था.
उस समय मुख्य पुजारी को महज 15520 रुपये ही वेतन मिलते थे. वहीं सहायक पुजारियों को 8940 रुपये मिलते थे. मई महीने में ट्रस्ट ने स्वीकार किया था कि यह वेतन संतोषजनक नहीं है. इसी के साथ पहला इंक्रीमेंट देते हुए मुख्य पुजारी को 25 हजार रुपये और सहायक पुजारियों को 20000 रुपये देने का निर्णय लिया गया था. वहीं अब अक्टूबर महीने में दोबारा उनके वेतन मान की समीक्षा करते हुए मुख्य पुजारी का वेतन 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 32 हजार 900 रुपये किया गया. वहीं सहायक पुजारियों का वेतन 20 हजार रुपये से बढ़ा कर 31 हजार 900 रुपये कर दिया गया है. इसके अलावा सभी पुजारियों के लिए हाउस रेंट, हेल्थ इंश्योरेंस और यात्रा भत्ता आदि की भी सुविधा देने का फैसला लिया गया है.
काशी में भी वेतन वृद्धि का प्रस्ताव
श्रीरामलला के सेवादारों की तर्ज पर काशी विश्वनाथ जी की सेवा करने वाले पुजारी, अर्चक और सेवादारों के भी वेतन में ऐतिहासिक बदलाव का प्रस्ताव है. श्रीकाशी विश्वनाथ न्यास ने 40 साल बाद सेवादारों, कर्मचारियों और अर्चकों के लिए नई नियमावली बनाई है. इसमें पुजारियों और अर्चकों का इंटर कॉलेज के लेक्चरर के बराबर वेतन करने का प्रस्ताव है. इस प्रस्ताव पर 16 सदस्यीय कमेटी ने अपनी स्वीकृति दी है. शासन की मंजूरी के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा.
नियुक्तियां होंगी
काशी विश्वनाथ मंदिर में जल्द ही सेवा नियमावली के आधार पर पुजारी, कर्मचारी और सेवादारों की नियुक्ति की जाएगी. प्रस्तावित नियमावली में पूजा संवर्ग के लिए चार श्रेणियां प्रस्तावित की गई हैं. इसमें पूजक, वरिष्ठ अर्चक, मुख्य अर्चक और मानित अर्चक की चार श्रेणियां हैं. पहले से काम कर रहे निशुल्क शास्त्री को मानित अर्चक के रूप में नियुक्ति देने का प्रस्ताव है. नियुक्तियां मेरिट और साक्षात्कार के आधार पर होंगी. नियुक्ति के समय दो बाहरी विशेषज्ञ भी रहेंगे. संस्कृत एवं वेद के ज्ञाता ही नियुक्ति प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे. अवकाश और पदोन्नति का भी प्रावधान रखा गया है. शिकायत मिलने पर न्यास दंडात्मक कारवाई भी कर सकेगा.