Thursday, 16 November 2023 00:00
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सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर लखनऊ उनके आवास पर पहुंच गया है. पार्थिव शरीर को मुंबई से चार्टेड प्लेन से लखनऊ लाया गया है. सुब्रत रॉय का कल यानी गुरुवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा. तब तक उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है.
सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर लखनऊ पहुंच चुका है, जहां अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. सहारा प्रमुख का शव पहुंचते हुए भारी संख्या में उनके चाहने वाले लोग सहारा शहर पहुंच गए. यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी अंतिम दर्शन के लिए सहारा प्रमुख के आवास पहुंचे हुए थे. रॉय का पार्थिव शरीर आज रात भर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. इसके बाद गुरुवार को लखनऊ भैसा कुंड में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
अंतिम दर्शन करने के बाद यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सहारा प्रमुख ने अपने जीवन काल में उत्तर प्रदेश में बहुत बड़ा कारोबार खड़ा किया. वो बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे, लेकिन आज वो हमारे बीच में नहीं है.
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव भी सहारा प्रमुख के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे हुए थे. मंगलवार की रात जब सहारा प्रमुख के निधन की खबर आई थी तब समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने निजी क्षति बताया था. अंतिम दर्शन के लिए अभी भी कई नेताओं और बिजनेसमैनों का आना-जाना लगा है.
लंबे समय से चल रहे थे बीमार
आपको बता दें की सहारा प्रमुख काफी लंबे समय बीमार चल रहे थे, लेकिन 12 नवंबर को तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण उनको मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल मे भर्ती कराया गया था. जहा इलाज के दौरान मंगलवार रात को उनका निधन हो गया. निधन की खबर के बाद बॉलीवुड निर्माता निर्देशक बोनी कपूर भी देर रात कोकिला बेन अस्पताल पहुंचे थे. जहा उन्होंने जाय ब्रोटो रॉय (सुब्रत रॉय के भाई) से भी मुलाकात की थी.
सुब्रत रॉय के परिवार में उनकी पत्नी स्वप्ना रॉय और दो बेटे सुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय है. सहारा का प्रमुख का जन्म 10 जून, 1948 में बिहार के अररिया जिले में हुआ था. शुरुआती शिक्षा कोलकाता से लेने के बाद वो मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए गोरखपुर आ गए थे और वहां के एक सरकारी कॉलेज में पढ़ाई की.
देश के साथ-साथ दुनिया के कई देशों में फैला था व्यापार
गोरखपुर ही वो शहर है जहां से रॉय ने अपना पहला कारोबार शुरू किया था. इसके बाद देखते ही देखते उन्होंने यूपी के साथ-साथ देशभर में अपना साम्राज्य खड़ा कर दिया. सुब्रत रॉय के पास अपनी एयर लाइन थी जिसे उन्होंने जेट एयरवेज को बेच दी. विदेशों में कई आलीशान होटल भी थे. सहारा प्रमुख 2014 में सेबी के साथ एक मामले के बाद विवादों में आ गए और फिर धीरे-धीरे उनका कारोबार नीचे गिरता चला गया.