Monday, 31 July 2023 00:00
AWAZ PLUS MEDIA HOUSE
पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई में मुहर्रम जुलूस में भीड़ की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी. इस घटना के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है. रविवार को हिंदूवादी संगठनों ने नांगलोई पुलिस स्टेशन के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और नारे लगाए. उन्होंने कथित उपद्रवियों की गिरफ्तारी की मांग की. यह प्रदर्शन करीब आधे घंटे तक चला और क्षेत्र में 'देश के गद्दारों को, गोली मारो... को नारे लगाए. इलाके में 'जय श्री राम' के नारे भी गूंजते रहे.
अधिकारियों ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने पश्चिमी दिल्ली में मुहर्रम के जुलूस के दौरान शनिवार को हुई झड़पों को लेकर रविवार को पुलिस को एक ज्ञापन सौंपा, जिसके बाद दोनों संगठनों के सदस्यों ने नांगलोई पुलिस स्टेशन के बाहर 'देश के गद्दारों को गोली मारो...' और 'जय श्री राम' के नारे लगाए. उन्होंने बताया कि नारेबाजी करीब आधे घंटे तक चलती रही और बाद में भीड़ तितर-बितर हो गई.
पुलिस ने रविवार को तीन मामले दर्ज किए
अधिकारियों ने बताया कि नांगलोई में मुहर्रम के जुलूस में शामिल भीड़' की पुलिस कर्मियों के साथ झड़प हो गई थी. पथराव की घटना हुई थी. इस मामले में पुलिस ने रविवार को तीन मामले दर्ज किए. झड़पों में छह पुलिस कर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए थे. जबकि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा था.
ताजिया जुलूस निकाले जाने के दौरान हुई झड़प
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था. पुलिस ने शनिवार को बताया था कि नांगलोई इलाके में कई ताजिया जुलूस निकाले जा रहे थे. उनमें करीब आठ से 10 हजार लोगों ने हिस्सा लिया. मुख्य रोहतक रोड पर एक या दो आयोजक अनियंत्रित हो गए और उस मार्ग से भटकने की कोशिश की जो 'ताजियादारन' के साथ समन्वय बैठक में पारस्परिक रूप से तय किया गया था.
तय रूट से अलग बढ़ रहे थे आयोजक
पुलिस ने उन्हें पूर्व-निर्धारित मार्ग पर बने रहने और आगे बढ़ने के लिए मनाने की कोशिश की. हालांकि उनमें से अधिकांश ने सहयोग किया, लेकिन कुछ लोग अनियंत्रित हो गए और जनता को भड़काना शुरू कर दिया. इस बीच, पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद थे.
पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग
डीसीपी सिंह ने बताया था कि डायवर्जन पर आपत्ति के बाद पुलिस कर्मियों पर पथराव किया गया. स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्के लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा.