Sunday, 09 July 2023 00:00
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!!राम भरोसे चल रही बिजली घरों के कैश काउंटरों की सुरक्षा!!
# बिजली घर मे स्थापित जनसुविधा केंद्र में लूट की घटना हुई है, जबकि बिजली घर के कैश काउंटर से लूट नही हुई है।
# विभाग का और विद्युत उपभोक्ता का कोई वित्तीय नुकसान नहीं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में खासतौर में राजधानी लखनऊ में राम भरोसे चल रही बिजली घरों के कैश काउंटरों की सुरक्षा व्यवस्था, अधिकतर कैश काउंटरों पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं, बैंक में पैसा जमा कराने की कोई गाड़ी व्यवस्था नहीं। ई सुविधा केन्द्र बंद होने के इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जिसका फायदा उठाते हुए इन्दिरा नगर के सेक्टर- 25 स्थित विद्युत उपकेंद्र में स्थापित जनसुविधा केंद्र पर दो बदमाशों ने तमंचे की नोक पर लाखो रुपये ले उड़े। वहीं घटना की जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, इंदिरा नगर सेक्टर 25 के जनसुविधा केंद्र पर आज शाम हुई घटना में डायरेक्ट वैलट के द्वारा पैसा जमा किया जा रहा था, जिससे विभाग का और विद्युत उपभोक्ता का कोई वित्तीय नुकसान नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार उपकेन्द्र पर सरकारी एक कैश काउंटर और जनसुविधा केंद्र के कर्मचारी राजेश चौरसिया एवं सरोज कुमार अलग अलग काउंटर पर पैसा जमा कर रहे थे, घटना के कुछ देर पूर्व बच्चा की तबियत खराब होने के कारण एक सहयोगी सरोज कुमार घर चले गये थे। पीड़ित कर्मचारी राजेश चौरसिया के मुताबिक जब पैसे जमा किये जाते हैं, उस दौरान काउंटर का दरवाजा अंदर से बंद रहता है, लेकिन आज एक कर्मचारी के अंदर आने पर लापरवाही के कारण कमरे का दरवाजा खुला रह गया था, जिसका फायदा उठाकर हेलमेट लगाये दो व्यक्ति जनसुविधा केंद्र के अन्दर आ गये, जिसमें से एक व्यक्ति ने राजेश चौरसिया का मुॅह पकड़कर रिवाल्वर सटाकर लगा दिया, जबकि दूसरा व्यक्ति काउण्टर पर रखा तीन लाख पचास हजार रूपया उठाकर बाहर से दरवाजा बंद कर लूट करके आसानी से फरार हो गये। घटना उपरान्त वरिष्ठ अधिकारीयों एवं पुलिस बिभाग को सूचना दी गई। लूट की सूचना पर आनन फानन में मौके पर जेसीपी मुख्यालय, एसीपी गाजीपुर, प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर, एडीसीपी व डीसीपी सुनील कुमार सिंह और क्राइम टीम पंहुचे। इस सन्दर्भ में पीड़ित राजेश चौरसिया द्वारा थाना प्रभारी गाजीपुर को प्रार्थना पत्र दिया गया ।
शुरूवाती दौर पर जनसुविधा केंद्र कर्मचारियों द्वारा लगभग दस लाख लुटने की खबर वायरल हो रही थी, समय व्यतीत होने के साथ साथ लूट की रकम तीन लाख पचास हजार हो गई। एक नजर देखा जाय तो पूरा मामला शुरू से ही संदिग्ध है। अधिकारीगण का अलग अलग तरीके से बयान जारी हो रहा हैं। बिजली उपकेन्द्र के अन्दर से उपभोक्ता का जमा किया हुआ पैसा लूट लिया जाता है और बयान आता है... हम और उपभोक्ता बच गये है .... तो लूटा कौन गया है, इसके साथ ही मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की तरफ से नए निर्देश भी जारी हो गया। सवाल यह है कि अगर लूट नहीं है तो फिर यह घटना क्यों घटी, अगर है तो फिर किसे बचाया और किसे छुपाया जा रहा है। अवकाश के दिन सिर्फ 2 कर्मचारी और पैसा जमा करने हैं मामला तो संजीदा है। कैश काउण्टर होने के पश्चात भी कोई वहां पर सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा हुआ है। सुरक्षा की व्यवस्था न तो विभाग की तरफ से न ही पुलिस विभाग की तरफ से, कैश काउंटर पर हर जगह बंदूकधारी गार्ड की व्यवस्था नहीं है कुछ जगह पर है जो कि एक जांच का विषय है, इस संबंध में कर्मचारियों द्वारा समय-समय पर अधिकारियों से मांग भी की जाती है, परंतु समय रहते संज्ञान नहीं लिया जाता है .... ऐसे में कोई अपराधिक घटना हो गई, तो कोई आश्चर्य जनक बात नहीं।
इस सन्दर्भ में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक भवानी सिंह खंगारौत ने बयान जारी कर बताया कि बिजली घर मे स्थापित जनसुविधा केंद्र में लूट की घटना हुई है, जबकि बिजली घर के कैश काउंटर से लूट नही हुई है।
वहीं घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे डीसीपी उत्तरी एसएम कासिम आब्दी ने बताया है कि मामले की जांच की जा रही है। घटना के खुलासे के लिए पांच टीमे लगा दी गई हैं। अस पास की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।