Monday, 16 October 2023 00:00
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच आर-पार की लड़ाई तेज होती जा रही है. रविवार को एक तरफ कांग्रेस पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान किया, दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह के नाम से फर्जी इस्तीफे का लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. पूरे मामले में कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी की गहरी साजिश करार दिया है.
मध्य प्रदेश के चुनावी संग्राम में कांग्रेस पार्टी और बीजेपी के बीच घमासान बढ़ गया है. कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के डीजीपी से बीजेपी प्रवक्ता डॉ. हितेश बाजपेई के खिलाफ सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 के तहत प्रकरण दर्ज करने की अपील की है. कांग्रेस पार्टी की तरफ से मीडिया अध्यक्ष केके मिश्रा के नेतृत्व में सायबर सेल में इसकी लिखित शिकायत की गई है.
केके मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह के नाम पर फर्जी लेटर हेड बनाकर उनके बारे में झूठी सूचना शेयर की गई. उनकी प्रतिष्ठा का हनन किया गया. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह के नाम के लेटर हेड पर उनके इस्तीफे की फर्जी बातें लिखकर उसे सोशल मीडिया पर गलत मंशा से वायरल किया गया.
जानें क्या है पूरा मामला?
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. जिसके बाद प्रदेश में कुछ जगहों से कार्यकर्ताओं के इस्तीफे की खबरें सामने आईं. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का एक लेटर वायरल हो गया. इस लेटर में लिखा गया था – मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर मेरे लिस्ट के पर विचार नहीं किया गया, इस कारण भारी मन से मैं पार्टी से खुद को अलग करने की घोषणा करता हूं.
बीजेपी प्रवक्ता के ट्वीट से सामने आय पत्र
कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने सबसे पहले इसे एक्स (ट्वीट) शेयर किया था. हितेश बाजपेयी ने लिखा था- दिग्विजय जी, क्या ये पत्र सही है? क्या वाकई टिकटों में जबरदस्त खरीद फरोख्त हुई है? मध्य प्रदेश जानना चाहता है कि सच क्या है?
लेटर वायरल होने पर दिग्गी का बयान
जैसे ही ये वायरल पत्र पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सामने आया. उन्होंने तुरंत इसे एक्स पर फर्जी करार दिया. दिग्विजय सिंह ने लिखा – बीजेपी झूठ बोलने में माहिर है. मैंने 1971 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी, पद के लिए नहीं बल्कि विचारधारा से प्रभावित होकर जुड़ा था, और जीवन की आखिरी सांस तक कांग्रेस में रहूंगा. इस झूठ की मैं पुलिस में शिकायत दर्ज कर रहा हूं.