Saturday, 24 December 2016 07:14 AM
AP DESK
नई दिल्ली: रविचंद्रन अश्विन, टीम इंडिया का ऑफ स्पिनर जिसने न केवल गेंद बल्कि बैट से भी सालभर धूम मचाई. आईसीसी की रैंकिंग में वह टॉप ऑलराउंडर तो थे ही गुरुवार को उन्होंने साल 2016 के बेस्ट क्रिकेटर की गैरी सोबर्स ट्रॉफी भी अपने नाम कर ली. इतना ही नहीं वह बेस्ट टेस्ट क्रिकेटर भी घोषित किए गए हैं. जाहिर है, इसकी खुशी तो उन्हें होगी ही. अश्विन ने अपनी सफलता के लिए कई लोगों को श्रेय देते हुए मुख्य रूप से कोच अनिल कुंबले, टेस्ट कप्तान विराट कोहली, माता-पिता और पत्नी को शुक्रिया कहा. यहां तक कि फील्डिंग कोच आर श्रीधर और पूर्व बॉलिंग कोच भरत अरुण को भी धन्यवाद देना नहीं भूले, लेकिन इस बीच उन्होंने एक ऐसे सितारे को भुला दिया, जिसकी वजह से ही उन्हें टीम इंडिया की टेस्ट कैप मिली थी. टेस्ट कैप ही क्यों वनडे और टी-20 में भी उन्हें उन्हीं की वजह से मौका मिला था. हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के अब तक के सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की, जिनकी वजह से अश्विन आज इस सोपान पर हैं... धोनी को नजरअंदाज किए जाने पर न केवल धोनी के बल्कि खुद अश्विन के फैन्स ने भी गलत बताया है...
एमएस धोनी भले ही वर्तमान में टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन वह वनडे और टी-20 टीम के कप्तान हैं और अश्विन को बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब केवल टेस्ट में नहीं बल्कि हर फॉर्मेट में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए दिया गया है. फिर जब वह पूर्व बॉलिंग कोच को इसके लिए शुक्रिया कह सकते हैं, तो फिर धोनी के लिए दो शब्द तो बनते ही हैं.
वास्तव में अश्विन का प्रदर्शन साल 2016 में जहां बेहद खास रहा है, वहीं इससे पहले वह कई बार संघर्ष करते रहे हैं. खासतौर से विदेशी पिचों पर वह विकेट नहीं ले पा रहे थे और उनकी कड़ी आलोचना हो रही थी. उस दौर में चाहे टेस्ट हो, वनडे या टी-20 सबमें एमएस धोनी ने अश्विन का समर्थन किया और टीम में बनाए रखा, कोहली ने तो 2014 के बाद कप्तानी संभाली है. उससे पहले तो तीनों फॉर्मेट के कप्तान धोनी ही थे. धोनी ने उनका हर पल साथ दिया, लेकिन अब अश्विन उन्हें क्रेडिट देने से बच रहे हैं..