Monday, 21 November 2016 04:07AM
AP DESK
जियो अपने साथ इतना डेटा दे रहा है कि इसे आप अकेले यूज नहीं कर सकेंगे। इसके साथ एक साथ 10 डिवाइस कनेक्ट किए जा सकते हैं। लेकिन इसमें एक खतरा ये बना हुआ है कि वाई-फाई शेयरिंग के दौरान स्मार्टफोन में वायरस अटैक के साथ कई परेशानियां सामने आ सकती हैं। इसके अलावा डाटा चोरी भी किया जा सकता है। ऐसे में जियो सिम अथवा जियोफाई से वाई-फाई शेयरिंग के दौरान कुछ ऐसी बातों ध्यान रखनी जरूरी है।
यूजर्स को अधिक परमिशन ना दें
आप अपने जियो हॉटस्पॉट और जियोफाई नेटवर्क पर ज्यादा यूजर्स को वाई-फाई इंटरनेट चलाने की परमिशन नहीं दें। रिलायंस भले ही जियोफाई पर 10 डिवाइस को कनेक्ट करने की सुविधा दे रही है, लेकिन जितने ज्यादा डिवाइस कनेक्ट होंगे वाई-फाई की स्पीड भी उतनी ही स्लो हो जाएगी।
हमेशा सलेक्टेड डाटा ही शेयर करें
ध्यान रखें कि वाईफाई नेटवर्क पर हमेशा सलेक्टेड डाटा ही शेयर करें। ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि डाटा शेयर करने से वायरस आने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में जियो हॉटस्पॉट और जियोफाई नेटवर्क पर यदि आप किसी के साथ डाटा शेयर कर रहे हैं या फिर डाटा ले रहे हैं, तो जरा सावधानी दिखानी होगी।
जियोफाई को प्रोटेक्शन में रखें
यदि आपके पास रिलायंस जियोफाई डिवाइस है तो उसे प्रोटेक्शन जरूर दें। डिवाइस प्रोटेक्ट नहीं होगी तो कोई भी वाईफाई यूज कर सकता है।
मल्टी टैक्स्ट का पासवर्ड दें
हमेशा जियो सिम हॉटस्पॉट और जियोफाई के पासवर्ड में मल्टी टेक्स्ट का इस्तेमाल करें। पासवर्ड में अल्फावेट, नंबर्स और स्पेशल कैरेक्टर्स का कॉम्बिनेशन होना चाहिए।