Wednesday, 12 April 2017 02:05PM
VIVEK KUMAR
नई दिल्लीः आज के नौजवान अपनी ही धुन में रहते हैं. बेशक वे शादी, बच्चे और परिवार की जिम्मेदारी से भागते हैं लेकिन काम करने की एनर्जी उनमें गजब की है.
आज के युवाओं में लेजीनेस देखने को नहीं मिलेगी. इतना ही नहीं, डिबेट में हिस्सा लेना हो या फिर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना हो. इनका कोई सानी नहीं.
आज के युवाओं और 1980 के दशक के युवाओं को लेकर एक रिसर्च की गई. जिसमें कई दिलचस्प तथ्य सामने आए. चलिए जानते हैं, आज के युवा और 1980 के दशक के युवाओं में क्या खास फर्क है.
आज के युवा और 1980 के युवा में हुई तुलना-
अमेरिका के कल्चर में युवा पेरेंट्स से अलग ही रहते हैं. वे अपने पेरेंट्स से क्यों अलग हैं इसके पीछे की कोई खास थ्योरी नहीं है. इस रिसर्च में अमेरिका की दो पीढ़ियों के बीच तुलना की गई है.
बेबी बूमर्स यानि वे लोग जो 1946 से 1964 के बीच जन्मे. इस जेनरेशन के युवाओं के पास न तो कंप्यूटर था और न ही टीवी. दूसरी मिलेनीअल यानि आज की यंग वाईफाई जनरेशन.
आज के युवाओं में है हर चीज का नजरिया-
मिलेनीअल की खास बात ये है कि इनके पास आज के समय में, चाहे वो पैसा हो, स्पोर्ट्स हो, ब्रेकफास्ट हो या फिर लंच, हर चीज का नजरिया है.
बाउलिंग ग्रीन स्टेट यूनिवर्सिटी में द नेशनल सेंटर फॉर फैमिली एंड मैरिज रिसर्च ने 1980 के बेबी बूमर्स और 2015 के 25 से 34 वर्ष के लोगों के बीच तुलना की.
22% युवा आज भी रहते हैं पेरेंट्स के साथ-
रिसर्च के दौरान ऐसा माना जा रहा था कि अमेरिका में लेट 20 और अर्ली 30 की उम्र के लोग जो पेरेंट्स के साथ रह रहे होंगे वो दोगुने हो जाएंगे. जबकि 1980 में केवल 9% 24 से 34 साल वर्ग के लोगों ने ही ऐसा किया था. ठीक उसी तरह 2015 में 22% इस ऐजग्रुप के लोग अपने पेरेंट्स और ग्रांड परेंट्स के साथ रहे.
1980 और 2015 के युवाओं में है काफी अंतर-
शोधकर्ता लिडिया एंडरसन ने यूनाइटेड स्टेट्स सेंसस के डाटा को 1980 और 2015 के बीच अमेरिकन कम्यूनिटी सर्वे के बीच कंपेयर किया. नतीजों में काफी हैरान करने वाले तथ्य सामने आए.
जिनके मुताबिक, तीन से चार दशक पहले के नौजवान जो पेरेंट्स के साथ रह रहे थे और जो आज के नौजवान पेरेंट्स के साथ रह रहे हैं, में काफी अंतर देखने को मिला.
आज के नौजवान नहीं लेते शादी की जिम्मेदारी-
1980 में 25 से 34 साल के लोगों में दो तिहाई पहले से ही शादीशुदा थे. इनमें से आठ में से एक शादी के बाद तलाक भी ले चुके थे. वहीं 2015 में 5 में से 2 ही लोगों ने शादी की इनमें से भी 7 फीसदी ने तलाक ले लिया.
अकेले रहले की उत्सुकता थी बेबी बूमर्स में-
आज के नौजवानों के मुकाबले बेबी बूमर्स यानि 1980 के नौजवानों में शादी के बजाय इस बात में उत्सुकता ज्यादा थी कि वे अकेले रहें.
एंडरसन ने इस बात पर गौर किया कि आज के जो नौजवान आत्मनिर्भर हैं फिर चाहे घर के मुखिया के रूप में या फिर मैरिड कपल के रूप में, उनका कितना योगदान है.
मिलेनीअल कुछ-कुछ बूमर्स की तरह ही पाए गए जो अपने बच्चों और होम ऑनर्स के साथ रह रहे थे.
आलसी नहीं है आज का नौजवान, पढ़ाई में भी है तेज-
आंकड़ों को देखकर ये बताना बहुत आसान है कि मिलेनीअल अपने बूमर पेरेंट्स से पीछे रह गए. यंग अमेरिकंस जो कि शादी में, बच्चे पैदा करने में और घर की जिम्मेदारियों को उठाने में डिले करते हैं वहीं वे अपने पेरेंट्स से एक चीज में आगे हैं और वो है मां-बाप से पढ़ाई में आगे.
साथ ही ये भी देखा गया कि आज का नौजवान पिछले तीन दशकों के नौजवानों के मुकाबले ना तो लेजी है और ना ही आलसी.