Saturday, 09 January 2021 00:00
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लखनऊ। सेक्टर 25 उपकेंद्र के अन्तर्गत नववर्ष के अवसर वरिष्ठ उपाध्यक्ष जुगल मिश्रा की अध्यक्षता में मुख्यता संविदा निविदा की समस्याओं की निराकरण हेतु एक आपातकालीन बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें प्रांतीय महामंत्री सुहेल आबिद ने मुख्यता संविदा कर्मियों के काम के घंटे तय करने की बात रखी कि काम के घंटे 8 ही होने चाहिए और यदि 8 घंटो से ज़्यादा काम कराया जाए तो उन अतिरिक्त घण्टे का भुगतान होना चाहिए तथा लेबर लॉ के अनुसार निर्धारित न्यूनतम वेतन रूपया 18000 किया जाए। कार्मिकों ने विभिन्न स्तर पर उत्पीड़न किए जाने की भी शिकायत की। प्रांतीय संगठन मंत्री अमिताभ सिन्हा ने मुख्यता परिचलिकीय, चालकीय व लिपिकीय संवर्ग की वर्षों से अटकी पड़ी प्रोन्नति करने की बात कहीं।
संगठन ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि प्रदेश की सरकर तेलंगाना सरकार की भांति विद्युत उद्योग में कार्यरत लगभग 40 हजार संविदा कर्मियों को नियमित करें क्योंकि वर्तमान समय में प्रदेश में तीन करोड़ उपभोक्ता हैं जिनके सापेक्ष मात्र 38 हजार कर्मचारी व अधिकारी कार्यरत हैं जिस कारण बेहतर विद्युत आपूर्ति देने में अनेकों कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
विद्युत उद्योग के कर्मी रात दिन पूरे सूबे की रोशन का काम करते है इसलिए प्रबंधन को परिचलकीय, चालकीय व लिपिकीय संवर्ग की समस्याओं पर सुनवाई 26 जनवरी तक नहीं की गई तो संगठन को प्रदेशव्यापी आंदोलन करने को मजबूर होगा जिसकी जिम्मदारी पूर्ण रूप से प्रबंधन की होगी।
आज की बैठक में नितिन शुक्ला, सागर शर्मा, राजेश, सरवन सोनकर, अब्बास व सैकड़ों संविदा कर्मी शामिल हुए जिन्होंने उत्तर प्रदेश बिजली मज़दूर संगठन में अपनी सम्पूर्ण आस्था दिखाते हुए संगठन की सदस्यता ग्रहण की।