Monday, 18 July 2022 00:00
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देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए थोड़ी देर में मतदान शुरू हो जाएगा। इस मतदान में 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा लेंगे। चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय है। 27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है। वहीं महज 14 दलों का समर्थन के साथ सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है।
राष्ट्रपति चुनाव में कुल कितने वोटर्स होंगे?
राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों के विधानसभा के सदस्य वोट डालते हैं। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में से 233 सांसद ही वोट डाल सकते हैं। 12 मनोनीत सांसद इस चुनाव में वोट नहीं डालते हैं। इसके साथ ही लोकसभा के सभी 543 सदस्य वोटिंग में हिस्सा लेंगे। इनमें आजमगढ़, रामपुर और संगरूर में हुए हालिया उपचुनाव के विजेता सांसद भी शामिल होंगे। इसके अलावा सभी राज्यों के कुल 4 हजार 33 विधायक भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालेंगे। इस तरह से राष्ट्रपति चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 4 हजार 809 होगी। हालांकि, इनके वोटों की वैल्यू अलग-अलग होगी।
राज्यवार विधायकों के वोट की कितनी अहमियत होती है?
देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट की वैल्यू सबसे ज्यादा 208 होती है। वहीं, इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु के एक विधायक के वोट की वैल्यू 176 तो महाराष्ट्र के एक विधायक के वोट की वैल्यू 175 होती है। बिहार के एक विधायक के वोट की वैल्यू 173 होती है। सबसे कम वैल्यू सिक्किम के विधायकों की होती है। यहां के एक विधायक के वोट की वैल्यू सात होती है। इसके बाद नंबर अरुणाचल और मिजोरम के विधायकों का आता है। यहां के एक विधायक के वोट की वैल्यू आठ होती है।
राष्ट्रपति चुनाव में वोट कौन डालता है?
राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सभी सांसद और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं। इन सभी के वोट की अहमियत यानी वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू भी अलग होती है। एक सांसद के वोट की वैल्यू 708 होती है। लेकिन इस बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा न होने की वजह से सांसदों के वोट की वैल्यू घटकर 700 रह गई है। दूसरी तरफ विधायकों के वोट की वैल्यू उस राज्य की आबादी और सीटों की संख्या पर निर्भर होती है।
यूपी के विधायकों का मत मूल्य सबसे अधिक
उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट का मूल्य सबसे अधिक 208 है। इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु के विधायकों के मत का मूल्य 176 है, तो महाराष्ट्र के विधायकों के वोट का मूल्य 175 है। सिक्किम के एक विधायक के वोट का मूल्य केवल सात है जो पूरे देश में सबसे कम है। मालूम हो कि देश की पहली महिला राष्ट्रपति होने का गौरव प्रतिभा पाटिल को हासिल है जो 2007 में शीर्ष संवैधानिक पद के लिए चुनी गईं थीं।
मुर्मु के पक्ष में वोट
राजग- 535000
वाईएसआरसीपी- 44000
टीडीपी- 6500
शिवसेना- 25000
जदएस- 5600
बीजद- 32000
एसबीएसपी- 1248
बसपा- 7908
झामुमो- 7380
राजाभैया- 416
सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक मतदान
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन परिसर और राज्य विधानसभाओं में मतदान सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक होगा। संसद भवन परिसर में मानसून सत्र के शुरू होने से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के तमाम वरिष्ठ मंत्री व सांसद ही नहीं, विपक्ष के नेता-सांसद भी अपने वोट डालेंगे।
आदिवासी और महिलाएं उत्साहित और प्रसन्न हैं: द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति चुनाव से पहले द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कहा कि देश के शीर्ष संवैधानिक पद के वास्ते उनके नामांकन पर आदिवासी और महिलाएं उत्साहित और प्रसन्न हैं।
अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें और मुझे वोट दें: यशवंत सिन्हा
मतदान से पहले विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने अपील करते हुए कहा कि कल राष्ट्रपति चुनाव से पहले वोट डालने जा रहे सभी सदस्यों से मेरी अपील है कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें और मुझे वोट दें। उन्होंने कहा कि इस साल राष्ट्रपति चुनाव दो व्यक्तियों के बीच नहीं, बल्कि दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है। केवल एक पक्ष हमारे संविधान में निहित प्रावधानों और मूल्यों की रक्षा करना चाहता है। मैं सभी सांसदों और विधायकों से इस बार संविधान और उनकी अंतरात्मा की आवाज पर वोट करने की अपील करता हूं।
राष्ट्रपति पद के लिए मतदान आज, वोटिंग से पहले यशवंत सिन्हा और द्रौपदी मुर्मू ने की भावुक अपील
देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए थोड़ी देर में मतदान शुरू हो जाएगा। इस मतदान में 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा लेंगे। चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय है। 27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है। वहीं महज 14 दलों का समर्थन के साथ सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है।